कई दिनों के सियासी भूचाल के बाद आखिरकार योगी सरकार को झुकना ही पड़ा और प्रियंका गाँधी को न सिर्फ छोड़ना पड़ा बल्कि उन्हें और राहुल गाँधी को लखीमपुर जाने की अनुमति भी देनी पड़ी. राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर खीरी पहुंच चुका है। यहां पहुंचकर सबसे पहले वे मृतक किसान लवप्रीत के परिजनों से मिले।
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मिली जानकारी के मुताबिक राहुल और प्रियंका गाँधी को देखते ही लवप्रीत के परिजन उनके गले लग गए. लव के पिता ने सबसे पहले राहुल और प्रियंका से इन्साफ दिलाने की बात कही. लवप्रीत के पिता ने कहा, राहुल और प्रियंका जी आए और आखिरी लड़ाई तक हमारे साथ रहने की बात कही । उन्होंने कहा , प्रियंका गांधी को सीतापुर में बंद रखा गया, उन्होंने भूख हड़ताल भी की। ये हमारे परिवार के लिए उनकी कुर्बानी है।
पलियाकलां में लवप्रीत के परिजनों से मुलाकात के बाद राहुल और प्रियंका अब निघासन में मृतक पत्रकार के परिजनों से मुलाकात कर रहे हैं
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इससे पहले राहुल गाँधी के लखनऊ पहुँचने पर एयरपोर्ट पर प्रशासन से काफी नोकझोंक हुई. राहुल गांधी को एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया. उनके साथ पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी थे. मीडिया से बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि उनको अपनी गाड़ी से आगे नहीं जाने दिया जा रहा है और वो एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठ गए.
राहुल ने योगी सरकार पर निशाना साधा कि यह कैसी परमिशन है? दरअसल, फोर्स का कहना है कि लखीमपुर जाने के लिए प्रशासन ने जो एस्कोर्ट और रास्ता तय किया है उससे ही जाना होगा. लेकिन राहुल इस पर राजी नहीं थे.