कोरोना की नई लहर से एक बार फिर दुनिया सहम उठी है। चीन, जापान, ब्राजील, अमेरिका समेत कई देशों में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में भारत के अंदर भी संक्रमण के बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। दुनियाभर में बढ़ रहे मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार हरकत में आ गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों की मानें तो देश के हवाईअड्डों पर आज यानी 21 दिसंबर से कोविड-19 के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग शुरू हो गई है।
सूत्रों की मानें तो चीन समेत विभिन्न देशों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कोविड-19 जांच के लिए औचक तरीके से नमूने लिए जाएंगे। चीन में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी का कारण माने जा रहे ओमिक्रॉन के बीएफ.7 प्रकार के भारत में अब तक चार मामले मिले हैं।
इस बीच नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल ने बुधवार को लोगों को टीका लेने तथा भीड़-भाड़ वाली जगह पर मास्क पहनने की सलाह दी। उन्होंने लोगों से नहीं घबराने की अपील की। पॉल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की ओर से विश्व स्तर पर और विशेष रूप से चीन में कोविड के मामलों में वृद्धि के बीच आयोजित एक समीक्षा बैठक के बाद यह बयान दिया।
वहीं, मंडाविया ने एक ट्वीट में कहा कि कुछ देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर आज विशेषज्ञों और अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की। कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है। मैंने सभी संबंधित लोगों को सजग रहने और निगरानी बढ़ाने के लिये कहा है। हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे एक पत्र में कहा था कि इस तरह की कवायद से देश में नए स्वरूप का समय पर पता लगाने में मदद मिलेगी और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय करना सुविधाजनक होगा।