लखीमपुर नरसंहार और किसानों के मुद्दे पर लगातार पार्टी को घेरने वाले वरुण गाँधी और उनकी माँ मेनका गाँधी को आज घोषित हुई भाजपा की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह नहीं मिली है. वरुण गाँधी पिछले कुछ महीनों से पार्टी और सरकार को लगातार कटघरे में खड़ा करते रहे हैं.
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गुरुवार को घोषित राष्ट्रीय कार्यकारिणी मेनका गांधी और वरुण गांधी के साथ ही विनय कटियार को भी जगह नहीं दी गई है. वहीं, डेढ़ साल पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया और बंगाल चुनाव से ठीक पहले बीजेपी में शामिल मिथुन चक्रवर्ती को भी इसमें जगह दी गई है.
बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लाल कृष्ण आडवाणी, डॉ. मुरली मनोहर जोशी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, पीयूष गोयल समेत 80 सदस्य शामिल हैं. इनके अलावा 50 विशेष आमंत्रित और 179 स्थायी आमंत्रित (पदेन) सदस्य भी शामिल हैं.
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कुल मिलाकर 309 सदस्यों की कार्यकारिणी की घोषणा हुई है. इसमें पार्टी के केंद्रीय पदाधिकारी, सभी मोर्चों के अध्यक्ष, सभी राष्ट्रीय प्रवक्ता, सभी मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, विधायक दल के नेता, पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व उप मुख्यमंत्री, सभी प्रदेशों के अध्यक्ष, सभी राज्यों के प्रभारी, सह प्रभारी, राज्यसभा और लोकसभा में मुख्य सचेतक, संसदीय कार्यालय सचिव शामिल हैं.
बीजेपी की नई टीम में प्रधानमंत्री मोदी समेत 80 सदस्य तो एक्जीक्यूटिव मेंबर्स में शामिल हैं. खास बात ये है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और मिथुन चक्रवर्ती को एक्जीक्यूटिव मेंबर्स बनाया गया है. वहीं, 13 सदस्यों को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है. इनमें छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह, राजस्थान की पू्र्व सीएम वसुंधरा राजे, झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास भी शामिल हैं. वहीं, 7 सदस्यों को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है, जिनमें कैलाश विजयवर्गीय का नाम भी शामिल है.
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बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 7 नवंबर को दिल्ली में होगी. जनवरी 2020 में जेपी नड्डा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी.