पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने उन पर हुए जानलेवा हमले को लेकर बड़ा दावा किया है। खान ने कहा कि जिन 2 हमलावरों को मैंने खुद पर हमला करते हुए देखा, उन्होंने अगर तालमेल से काम किया होता तो आज में जिंदा नहीं होता। पूर्वी शहर वजीराबाद में विरोध मार्च के दौरान खान को गोली लगी थी। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले के बाद से अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में उन्होंने अस्पताल में व्हीलचेयर पर बैठकर यह बात कही।
इमरान ने कहा, ‘…क्योंकि मैं गिर गया, हमलावरों में से एक ने सोचा कि मैं मर गया और वह वहां से चला गया।’ वहीं, पुलिस की ओर से जारी एक वीडियो में गिरफ्तार आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार किया। इमरान को गोली मारने के आरोपी व्यक्ति ने कहा कि पूर्व क्रिकेटर लोगों को गुमराह कर रहा है और ऐसा करने के लिए वह उसे मारना चाहता था। आखिर किन परस्थितियों में हमलावर ने यह इकबालिया बयान दिया यह साफ नहीं है।
हमले की थी जानकारी: इमरान
रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान ने यह भी कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी एक दिन पहले ही लग गई थी कि उन पर अटैक होने वाला है। अस्पताल के अंदर से देश को संबोधित करते हुए खान ने कहा, ‘मुझे एक दिन पहले ही पता चल गया था कि मुझ पर हमला होगा। मेरे ऊपर किए गए जानलेवा हमले में दाहिने पैर में 4 गोलियां लगी हैं।’
‘2 बंदूकधारियों ने की गोलीबारी’
देश की शहबाज शरीफ नीत सरकार के खिलाफ मार्च निकाल रहे खान का काफिला गुरुवार को जब पंजाब के वजीराबाद जिले में पहुंचा तो उनके कंटेनर-ट्रक पर 2 बंदूकधारियों ने गोलीबारी की। हमले में खान के दाहिने पैर में गोली लगी। अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के बारे में बात करते हुए खान ने कहा कि वह कंटेनर में थे जब उनकी ओर निशाना साधकर गोलियों की बौछार की गई, उन्हें गोली लगी और वह नीचे गिर गए। उन्होंने बताया कि फिर दूसरी बौछार (गोलियों की) आई, 2 लोग थे।