शिवसेना विधायक संजय राठौड़ को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने को लेकर बवाल मचा हुआ है। दरअसल पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे नीत महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार में शामिल रहे राठौड़ को एक महिला की मौत के मामले को लेकर आरोप लगने के बाद इस्तीफा देना पड़ा था। लेकिन अब शिंदे ने उन्हें मंत्री बनाया है। हालांकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना विधायक संजय राठौड़ को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने का मंगलवार को बचाव करते हुए कहा कि पुलिस ने एक महिला की मौत के मामले में उन्हें क्लीन चिट दे दी थी।
कौन हैं संजय राठौड़?
संजय दुलीचंद राठौड़ महाराष्ट्र के यवतमाल जिले से शिवसेना के विधायक हैं। वह दिग्रस विधानसभा क्षेत्र से 14वीं महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य हैं। वे शिवसेना-भाजपा गठबंधन सरकार में भी मंत्री रहे थे। हालांकि बाद में उद्धव ठाकरे (MVA) सरकार में शामिल रहे राठौड़ को एक महिला की मौत के मामले में उनका नाम आने के बाद इस्तीफा देना पड़ा था। वह इस साल जून में शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ बगावत करने वाले शिंदे गुट में शामिल हो गए। इस बगावत के कारण ठाकरे नीत सरकार गिर गई थी। शिंदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
राठौड़ का बचाव करते हुए मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, ‘‘एमवीए सरकार के दौरान उन्हें (राठौड़) क्लीन चिट दे दी गयी थी, इसलिए उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। पुलिस ने उन्हें क्लीन चिट दी थी। अगर किसी को इस पर और कुछ कहना है तो उसकी बात भी सुनी जा सकती है।’’ शिंदे ने उन दावों को भी खारिज किया कि संजय शिरसाट समेत कुछ बागी विधायक मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने से नाराज हैं।
महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में मंगलवार को शिवसेना के बागी विधायक संजय राठौड़ और अब्दुल सत्तार को शामिल किए जाने के बाद मुंबई की पूर्व महापौर किशोरी पेडनेकर ने तंज कसा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ‘वॉशिंग मशीन’ की तरह है और एक बार जब नेता उनके पाले में चले जाते हैं तो वे बेदाग हो जाते हैं।
हाल में सत्तार की तीन बेटियों और एक बेटे का नाम 7,880 अभ्यर्थियों की उस सूची में दिखायी दिया था, जिन्हें शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2019-20 में कथित धांधली के संबंध में प्रतिबंधित तथा अयोग्य घोषित कर दिया गया है। राठौड़ तथा सत्तार दोनों को ही शिंदे के मंत्रिमंडल के आज हुए विस्तार में शामिल किया गया है।
इन दोनों नेताओं के एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाले मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद शिवसेना के उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट की पेडनेकर ने कहा, ‘‘यह (भाजपा) वॉशिंग मशीन की तरह है। एक बार जब वे वहां चले जाते हैं तो वे बेदाग हो जाते हैं।’’ शिंदे ने कहा कि जब महाविकास आघाड़ी सरकार सत्ता में थी तब ही राठौड़ को पुलिस ने क्लीन चिट दे दी थी इसलिए उन्हें राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।
दूसरे दौर का मंत्रिमंडल विस्तार जल्द ही होगा
बता दें कि शिवसेना से बगावत कर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। सीएम पद की शपथ लेने के 41 दिन बाद शिंदे ने अपने दो सदस्यीय मंत्रिमंडल का विस्तार किया है। इससे पहले राज्य में केवल सीएम (शिंदे) और डिप्टी सीएम (देवेंद्र फडणवीस) थे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल समेत 18 विधायकों ने दक्षिण मुंबई में राज भवन में कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। मंत्रिमंडल में किसी भी महिला को शामिल नहीं किया गया है। अपनी सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में शिंदे ने यह भी कहा कि दूसरे दौर का मंत्रिमंडल विस्तार जल्द ही होगा।