नई दिल्ली: सरकारी आकड़ों को मुँह चिढ़ाती कोरोना से मौतों के आकड़े में नहीं लग पा रही लगाम, सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार और धीमी होती दिखाई दे रही है मगर कोरोना से हो रही मौतों के आंकड़े काबू में नहीं आ रहे हैं । देश में रविवार को 2 लाख 22 हजार 704 लोग पॉजिटिव पाए गए। यह संख्या पिछले 38 दिन में सबसे कम है। इससे पहले 15 अप्रैल को 2.16 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई थी। वहीँ पिछले 24 घंटे में 4,452 संक्रमितों की जान गई है।सरकारी आकड़ों को मुँह चिढ़ाती कोरोना से मौतों के आकड़े में नहीं लग पा रही लगाम
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मौतों का आंकड़ा तीन लाख के पार
देश में कोरोना वायरस के कारण जान गंवाने वालों का आंकड़ा 3 लाख के पार पहुंच गया है। पिछले साल 13 मार्च को संक्रमण से पहली मौत हुई थी। इसके 14 महीने 10 दिन बाद मौतों की संख्या 3 लाख हुई है। अब तक कुल 3 लाख 3 हजार 751 लोग इस महामारी से दम तोड़ चुके हैं।
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मई में हर रोज औसतन 3,500 मौतें
देश में कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार भले धीमी हो गई हो लेकिन मरने वालों की तादाद कम नहीं हो रही है। मई में हर रोज औसतन 3,500 मौतें हुई हैं। ये पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा हैं। दुनिया में भारत के अलावा केवल दो अन्य देशों में कोरोना से 3 लाख से ज्यादा लोगों ने दम तोड़ा है। इनमें अमेरिका पहले और ब्राजील दूसरे नंबर पर है। अमेरिका में संक्रमण से 6 लाख और 4.48 लाख मौतें हुई हैं।
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एक महीने से कम समय में एक लाख मौतें
बता दें कि देश में कोरोना से मौतों की संख्या एक लाख तक पहुंचने में करीब साढ़े 6 महीने लगे थे। एक से दो लाख होने में 7 महीने से कुछ कम वक्त लगा। वहीं 2 से 3 लाख मौतें एक महीने से भी कम वक़्त में हो गईं।