केरल के स्वास्थ्य विभाग ने अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस, एक दुर्लभ और घातक मस्तिष्क संक्रमण के इलाज में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। राज्य में इस बीमारी से ग्रसित और इलाजरत सभी 10 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जो एक असाधारण रिकवरी दर को दर्शाता है।
तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज में भर्ती थे मरीज
मामले में केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस (अमीबिक ब्रेन फीवर) से ग्रसित तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज में भर्ती सभी 10 रोगियों को छुट्टी दे दी गई है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार, वैश्विक संदर्भ को देखते हुए यह असाधारण सफलता की कहानी और भी असाधारण है। मंत्री ने एक बयान में कहा कि दुनिया भर में केवल 25 लोग अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस से ठीक हुए हैं और उनमें से 14 केरल के हैं।
इस बीमारी की मृत्यु दर 97 प्रतिशत- वीना जॉर्ज
उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर, इस बीमारी की मृत्यु दर 97 प्रतिशत है। हालांकि, केरल ने मृत्यु दर को सफलतापूर्वक 26 प्रतिशत तक कम कर दिया है। दुनिया भर में, केवल 11 लोग इस बीमारी से ठीक हुए हैं। इस बीच, केरल ने अब तक इन 10 रोगियों समेत 14 लोगों को ठीक करने में कामयाबी हासिल की है।
समय पर सटीक इलाज से मिली सफलता- जॉर्ज
स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि इस सफलता की रहस्य समय पर और सटीक इलाज था, जिसके बाद मिल्टेफोसिन जैसी दवाओं के साथ प्रभावी उपचार किया गया, जिससे सभी मरीज ठीक हो गए। तिरुवनंतपुरम में एक मृत व्यक्ति में अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस की पुष्टि के बाद, स्वास्थ्य विभाग ने त्वरित और मजबूत कदम उठाए।
स्वास्थ्य मंत्री के नेतृत्व में हुई आरआरटी की बैठक
जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्री के नेतृत्व में, रोकथाम और उपचार प्रयासों के समन्वय के लिए एक राज्य रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) की बैठक बुलाई गई। वहींमरीजों के उपचार की देखरेख के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया और निरंतर देखभाल सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की गई। स्वास्थ्य मंत्री ने मेडिकल कॉलेज और स्वास्थ्य विभाग की टीमों के सामूहिक प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा, स्वास्थ्य विभाग ने अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस की रोकथाम और नियंत्रण के लिए मजबूत उपायों को सक्रिय रूप से लागू किया है। मंत्री ने कहा कि केरल देश का पहला राज्य बन गया है जिसने कई जिलों में अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस के मामलों के जवाब में एकीकृत स्वास्थ्य दृष्टिकोण को अपनाते हुए व्यापक शोध गतिविधियां शुरू की हैं।