हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे ने महाराष्ट्र भाजपा के निराश-हताश भाजपा कार्यकर्ताओं को नई ऊर्जा प्रदान की है। इससे उनका जोश हाई हो गया है। लेकिन कांग्रेस नहीं मानती कि इसका महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कोई असर होगा। वहीं, राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि हरियाणा के नतीजे ने लोकसभा चुनाव में हार की हताशा से जूझ रहे प्रदेश भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा दिया है।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हरियाणा में जो नतीजे आए हैं, वही स्थिति नवंबर माह में महाराष्ट्र में भी देखने को मिलेगा। फडणवीस ने कहा कि लोकसभा चुनाव में प्रदेश में भाजपा का प्रदर्शन ठीक नहीं रहा। पार्टी केवल 9 लोकसभा सीटों पर ही चुनाव जीतने में कामयाब रही, लेकिन हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली जीत नेताओं और कार्यकर्ताओं का आत्मविश्वास बढ़ाने वाली साबित होगी।
फडणवीस ने कहा कि हरियाणा की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विश्वास जताया है। हमे किसी में हराने की ताकत नहीं थी, हमें चौथे पक्ष के फेक नैरेटिव ने हराया। उन्होंने कहा कि हम फेक नैरेटिव का उत्तर ठेक नेरेटिव से देंगे। वहीं, महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने मंगलवार को दावा किया कि हरियाणा की ऐतिहासिक विजय की पुनरावृत्ति महाराष्ट्र में भी होगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में झूठा प्रचार करने वाली कांग्रेस इस चुनाव में बेनकाब हो गई है। दूसरी ओर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता व महाराष्ट्र भाजपा प्रभारी रमेश चेन्निथला ने कहा कि हरियाणा चुनाव के नतीजों का महाराष्ट्र में कोई असर नहीं होगा और पार्टी कार्यकर्ता उत्तरी राज्य के चुनाव परिणामों से हतोत्साहित नहीं हैं।
महा विकास अघाड़ी (एमवीए) एकजुट होकर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार को हराएगी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा में राजनीतिक परिस्थितियां पूरी तरह से अलग हैं। महाराष्ट्र में लोग बदलाव के लिए और नयी सरकार लाने के लिए तैयार हैं। हम जल्द ही अपना घोषणापत्र जारी करेंगे। हमारा मनोबल ऊंचा है। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए अगले महीने चुनाव होने की संभावना है। कांग्रेस राज्य में विपक्षी महा विकास आघाड़ी का घटक दल है, जिसमें शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की एनसीपी (एसपी) शामिल हैं।