टमाटर की बढ़ती कीमतों से अगस्त महीने में भी राहत नहीं मिलने वाली है और इस महीने भी इसकी कीमतों में बढ़ोतरी जारी रहेगी. थोक व्यापारियों का कहना है कि अगस्त में भी टमाटर की बढ़ती कीमतों में कोई कमी नहीं आएगी, यही नहीं इसकी कीमत 300 रुपये प्रति किलो तक पहुंच जाएगी.
थोक व्यापारियों ने भी संभावना जताई है कि न सिर्फ टमाटर बल्कि प्याज समेत अन्य सब्जियों के दाम भी बढ़ सकते हैं. जानकारी के मुताबिक इस महीने के अंत तक प्याज की कीमत में भारी उछाल आएगा. एशिया की सबसे बड़ी थोक फल और सब्जी मंडी, दिल्ली की आजादपुर मंडी में टमाटर की थोक कीमतें गुणवत्ता के आधार पर 170-220 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच रहीं।
मामले पर बात करते हुए आजादपुर मंडी के थोक व्यापारी संजय भगत ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और भारी बारिश के कारण सब्जियों को गाड़ियों से मंडियों तक लाने में काफी दिक्कत हो रही है. इतना ही नहीं जो सब्जियां यहां आ रही हैं उन्हें लाने में छह से सात घंटे से ज्यादा का समय लग रहा है. ऐसे में इसकी कीमतों में बढ़ोतरी देखी जा रही है.
आपको बता दें कि पिछले एक महीने से टमाटर के रेट में भारी बढ़ोतरी हुई है और यह अभी भी जारी है. ऐसे में थोक व्यापारियों ने टमाटर को लेकर बड़ी संभावना जताई है कि आने वाले दिनों में इसकी कीमतों में और उछाल आएगा और यह 300 रुपये प्रति किलो की दर से बिकेगा.
क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स की रिपोर्ट के मुताबिक, टमाटर के बाद प्याज की कीमत भी बढ़ने वाली है और इस महीने के अंत तक इसकी कीमत बढ़ सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक सप्लाई में कमी के कारण सितंबर में प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी जारी रहेगी और इसका रेट 60 से 70 रुपये प्रति किलो हो सकता है.
दूसरी ओर, क्रिसिल की रिपोर्ट में यह भी अनुमान लगाया गया है कि अक्टूबर में खरीफ की आवक शुरू होने पर प्याज की आपूर्ति कम हो जाएगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि त्योहारी महीनों (अक्टूबर-दिसंबर) में कीमतों में उतार-चढ़ाव स्थिर होने की उम्मीद है।