पेरू में अमेजन के जंगलों में बंधक बनाए गए करीब 70 पर्यटकों को रिहा करा लिया गया है। रिपोर्टों के अनुसार बंधक बनाये गए पर्यटकों में संयुक्त राज्य अमेरिका, स्पेन, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम और स्विट्जरलैंड के नागरिक थे। बंधकों में कई बच्चे भी शामिल थे जिनकों वहीं के एक ग्रुप ने पकड़ रखा था। ग्रुप के लोगों से कई घंटों तक चली बातचीत के बाद बंधकों को रिहा कराया गया है।
हालांकि, बंधन बनाए गए पर्यटकों के सटिक आंकड़े सामने नहीं आए हैं, लेकिन इतना जरूर है कि इसमें गर्भवती महिलाएं, एक महीने के बच्चे और बुजुर्ग लोगों के शामिल होने की बात कही गई थी। पर्यटकों को बंधन बनाए जाने के पीछे वजह यह समझा रहा है कि जंगलों के निवासी हाल ही में वहां हुए तेल रिसाव के बाद सरकारी सहायता की कमी का विरोध करने के लिए यह कदम उठाया है।
पेरू के पर्यावरण मंत्रालय के अनुसार, 16 सितंबर को दुनिया के सबसे बड़े जंगल में लगभग 2,500 टन कच्चा तेल रिस गया था जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। सरकारी तेल कंपनी पेट्रोपेरू ने कहा कि रिसाव के बाद उसके पास अभी तक खाली हुए बैरल की संख्या का अनुमान नहीं है।
ब्रिटिश मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पर्यटकों को बंधक बनाए जाने के पीछे ग्रुप ने दावा किया है कि तेल के रिसाव के बाद वो राहत वर सहायता के लिए सरकार का ध्यान आकर्षित कराना चाहते हैं। ग्रुप ने पहले कहा था कि वे एक सप्ताह तक इन पर्यटकों को बंधक बनाएंगे। कुनिनिको ग्रुप के नेता वाटसन ट्रुजिलो ने आरपीपी रेडियो को बताया, हम इस कार्रवाई के साथ सरकार का ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं।