बिना किसी चर्चा के संसद के दोनों सदनों में विवादित तीन कृषि कानून वापसी के बिल पास होने पर कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला। राहुल ने कहा कि दरअसल मोदी सरकार को मालूम था कि उसने कृषि कानून लेकर गलत काम किया था इसलिए आज जब मजबूरी में उन काले कानूनों को सरकार वापस ले रही है तो उसपर भी चर्चा नहीं कराई।
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राहुल गांधी ने कहा, ”पहले, हमने कहा था कि सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेना होगा और आज इन कानूनों को निरस्त कर दिया गया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बिना किसी चर्चा के कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया गया। यह सरकार चर्चा करने से डरती है।”
उन्होंने कृषि कानूनों पर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के कदम के बारे में बोलते हुए आगे कहा, ”तथ्य यह है कि केंद्र सरकार इस मामले में किसानों द्वारा प्रतिनिधित्व किए गए भारतीय लोगों की ताकत का सामना नहीं कर सकी। आगामी राज्य के चुनाव भी उनके दिमाग में होंगे।”
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राहुल ने कहा कि चर्चा होती तो MSP पर भी चर्चा होती, लखीमपुर खीरी हिंसा मामले पर भी चर्चा होती, गृह राज्य मंत्री टेनी पर भी बात होती। सरकार को इन सब पर बात करने में शर्म आ रही है तभी उसने बिना चर्चा के बिल पास कर दिया।
विपक्षी दलों के हंगामे के बीच कृषि कानून निरसन विधेयक, 2021 लोकसभा और राज्यसभा दोनों में बिना किसी चर्चा के पारित हो गया।
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इससे पहले पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल सहित कांग्रेस सांसदों ने तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया।