पूर्व राष्ट्रपति हामिद अंसारी पर पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा को अपने कार्यकाल के दौरान कई बार बुलाने का आरोप भाजपा ने एक बार फिर से लगाया है। यही नहीं अब भाजपा की ओर से एक तस्वीर भी जारी की गई है, जिसमें पाक पत्रकार पूर्व उपराष्ट्रपति के साथ बैठा नजर आ रहा है। पाक पत्रकार नुसरत मिर्जा ने एक टीवी चैनल पर चर्चा के दौरान दावा किया था कि वह यूपीए सरकार के कार्यकाल में 5 बार भारत आया था। इसके बाद लौट कर कई संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को दी थी। यही उसका दावा था कि वह पूर्व उपराष्ट्रपति के निमंत्रण पर भारत आया था और उनसे मुलाकात भी की थी।
हामिद अंसारी की ओर से पिछले दिनों पाक पत्रकार के दावों के बाद मचे राजनीतिक घमासान पर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि यह सारी बातें झूठ हैं। उन्होंने बयान जारी कर कहा था कि न तो उनकी ओर से किसी पाकिस्तानी पत्रकार को बुलाया गया था और न ही मुलाकात की गई थी। उन्होंने कहा था कि कार्यक्रम में आए लोगों को विदेश मंत्रालय की ओर से ही निमंत्रण दिया गया था। इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं थी। अब भाजपा ने जब तस्वीरों के साथ फिर से आरोप लगाया है तो हामिद अंसारी की ओर से दोबारा प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि वह अपनी पहले की बात पर कायम हैं।
हामिद अंसारी बोले- मैं अपनी बात पर कायम हूं
शुक्रवार को हामिद अंसारी ने कहा कि मैं अपने उस बयान पर ही कायम हूं कि मैंने न तो किसी पाक पत्रकार को बुलाया और नही मुलाकात की। भाजपा ने तस्वीर दिखाते हुए दावा किया कि 2009 में आतंकवाद पर आयोजित एक कॉन्फ्रेंस में पाक पत्रकार आया था। इसके अलावा भाजपा की ओर से उस आयोजन की एक तस्वीर भी दिखाई गई। भाजपा ने तस्वीर के साथ दावा किया कि उसमें हामिद अंसारी नुसरत मिर्जा के साथ बैठे दिख रहे हैं। भाजपा के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने दिल्ली स्थित मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ये आरोप लगाए।
कांग्रेस की मंशा पर भी भाजपा ने उठाया सवाल
इसके साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को जिम्मेदारी के साथ बर्ताव करना चाहिए। उन्होंने नुसरत मिर्जा के साथ मंच साझा करने से बचना चाहिए था। इसके साथ ही कांग्रेस पर भी हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि मेहमानों के आमंत्रण से पहले इंटेलिजेंस क्लियरेंस जरूरी होती है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों के ऑफिस प्रोटोकॉल के तहत कार्यक्रमों में आने वाले लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जाती है। उन्होंने कहा कि क्या ऐसी स्थिति में यह कहना सही नहीं होगा कि कांग्रेस चाहती थी कि पाकिस्तान से एक व्यक्ति आए, जो देश की एकता और अखंडता के साथ खिलवाड़ करना चाहता है।