केंद्रीय मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी. के. सिंह ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने माउंटबेटेन को खुश रखने के लिए 1948 के युद्ध में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को सुरक्षित नहीं किया। सिंह 26/11 के मुंबई आतंकी हमले से संबंधित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने यह भी दावा किया कि आतंकियों द्वारा इस्तेमाल किए गए कुछ फोन नंबर पहले ही आईबी को दिए जा चुके थे। हमले पर भारत का जवाब बेहतर हो सकता था। पूर्व सेना प्रमुख ने कहा कि देश के रक्षा बलों में पीओके पर फिर दावा करने की क्षमता है और आदेश मिलते ही वे इस काम को अंजाम देंगे।
सिंह ने दावा किया, “हम 1948 में पीओके को बचा सकते थे, लेकिन उस समय सरकार ने कहा अब बहुत हो गया, हमारा माउंटबेटन नाराज हो जाएगा। फिर सरकार रुक गई।” लॉर्ड माउंटबेटन तब स्वतंत्र भारत के गवर्नर जनरल थे।
जनरल वीके सिंह ने आगे कहा, अगर हमें आज मौका मिलता है, तो हमारी सेनाएं तैयार हैं। सैन्य दृष्टिकोण से इस पर चर्चा करने या इस पर जोर देने की कोई आवश्यकता नहीं है। मुझे लगता है, आप जो भी करना चाहते हैं, उसे अपने दिमाग में रखें। जब भी आपको आदेश मिले। इस पर चर्चा करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
26 नवंबर 2008 में पाकिस्तानी आतंकियों ने मुंबई में हमला किया था। हमले की 14वीं बरसी पर पांचजन्य द्वारा ’26/11 मुंबई संकल्प’ कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसे संबोधित करते हुए पूर्व सेना प्रमुख ने कहा कि जब भारत ने पहले बातचीत की पहल की तो पाकिस्तान को लगा कि वह (भारत) आतंकवाद से डरा हुआ है। उन्होंने कहा, अब पाकिस्तान समझता है कि भारत आतंकवाद के डर के कारण नहीं बल्कि अपने नागरिकों की सुरक्षा के पक्ष में बातचीत को तैयार है।