शनिवार को उत्तरी चेन्नई के इलाके में तेल रिसाव से प्रभावित परिवारों को नकद सहायता प्रदान करने के लिए 8.68 करोड़ रुपये की घोषणा की गई है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रभावित परिवारों को 7,500 रुपये से 12,500 रुपये तक की नकद सहायता देने का आदेश दिया है। साथ ही स्टालिन ने अधिकारियों को 787 प्रभावित नावों में से प्रत्येक को 10,000 रुपये वितरित करने का निर्देश दिया है।
बता दें इस माह की शुरुआत में चक्रवात मिचौंग के कारण क्षेत्र में भारी बारिश हुई। जिसके चलते बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई थी। बाढ के पानी में तेल मिल गया, जो खाड़ी क्षेत्र तक जा पहुंचा। जिसको लेकर सरकार ने कहा कि उसने तेल रिसाव को दूर करने के लिए तेजी से पहल की गई है। तेल के रिसाव के चलते उत्तरी चेन्नई के मछली पकड़ने वाले गांवों में नावें और जाल प्रभावित हुए। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि कट्टुक्कुप्पम, सिवनपडाईकुप्पम, एन्नोर कुप्पम, मुगद्वारकुप्पम, थजानकुप्पम, नेट्टुकुप्पम, वीओसी नगर, उलगनाथपुरम और सत्यवनिमुथु नगर प्रभावित क्षेत्र हैं। साथ ही मछुआरों की आजीविका भी प्रभावित हुई क्योंकि वे मछली पकड़ने की गतिविधियां नहीं कर सके हैं। तेल रिसाव से प्रभावित उत्तरी चेन्नई के 9,001 परिवारों को सहायता मिलेगी और कुल राशि 8.68 करोड़ रुपये अलग रखी गई है। तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने चेन्नई में बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री वितरित की।
तमिलनाडु में बारिश से प्रभावित तटीय जिले थूथुकुडी में राहत गतिविधियां जारी है। इसी बची, एनडीआरएफ की टीम ने शनिवार को एसआईपीसीओटी औद्योगिक क्षेत्र में फंसे लोगों को बचाया है। तमिलनाडु के मुख्य सचिव शिव दास मीना ने जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया है। इस दौरान बारिश से हुए नुकसान का आकलन किया गया। एंटोनियारपुरम क्षेत्र में राहत कार्य पूरे जोरों पर है, जो सबसे अधिक प्रभावित था। बता दें 17 और 18 दिसंबर को अत्यधिक बारिश के दौरान थूथुकुडी-पलायमकोट्टई राष्ट्रीय राजमार्ग पर एंटोनियारपुरम के पास एक पुल टूट गया, जिससे बाढ़ आ गई थी।आदिचनल्लूर में संग्रहालय और उत्खनन स्थल बाढ़ के कारण प्रभावित हुए हैं। पुरावशेष और कलश दफन पानी में डूब गए थे और पुनर्स्थापना का काम चल रहा है।