पिछले चार वर्षों में सीबीआई और ईडी द्वारा दर्ज किए गए 95 प्रतिशत मामले उन राजनीतिक दलों के नेताओं के खिलाफ हो रही है जो भाजपा के प्रतिद्वंद्वी है। यह दावा असम विपक्षी दलों के फोरम ने शुक्रवार को किया।
असम तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने कहा, सीबीआई और ईडी देश की दो सबसे महत्वपूर्ण स्वायत्त जांच एजेंसियों में से हैं। लेकिन दुर्भाग्य से 2014 से भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के तहत इन्हें बंद कर दिया गया है। भाजपा द्वारा राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को नियंत्रित करने के लिए कठपुतली और हथियार के रूप में उपयोग किया जाता है।
उन्होंने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और पश्चिम बंगाल के विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ मामलों का उदाहरण दिया। ये नेता भाजपा की वॉशिंग मशीन में साफ हो गए हैं।
बोरा ने कहा, दूसरी ओर 2014-23 तक सोनिया गांधी, राहुल गांधी, अभिषेक बनर्जी, अरविंद केजरीवाल और फारूक अब्दुल्ला समेत 56 विपक्षी नेताओं से पूछताछ की गई, उन्हें गिरफ्तार किया गया या उनकी संपत्ति पर छापेमारी की गई।