हमास और इस्राइल के बीच दो माह से अधिक समय से जंग जारी है। युद्ध में अब तक दोनों पक्षों के हजारों लोगों की मौत हो गई है। फिलहाल, न तो जंग की रफ्तार कम हो रही है और न ही लोगों की जान की परवाह की जा रही है। इस बीच, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इस्राइल द्वारा गाजा पर किए जा रहे हवाई हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि फलस्तीन के मासूम लोगों को जिस तरह इस्राइल निशाना बना रहा है, वो मानवता पर हमला है।
सीएम विजयन यहां 91वें शिवगिरि तीर्थयात्रा का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे। उन्होंने कहा, ‘ईसा मसीह के जन्मस्थान बेथलेहम में इस बार क्रिसमस का जश्न नहीं मनाया गया। न कोई लाइट लगी देखी और न ही कहीं रोशनी देखी।’ उन्होंने पूछा कि आखिरकार बेथलेहम के लोग क्रिसमस मनाते भी तो कैसे? उन्होंने कहा कि जब कोई फलस्तीन के बारे में सुनता है, तो दिमाग में अक्सर मुस्लिमों की तस्वीर होती हैं। जबकि गाजा में ईसाई समुदाय भी रहता है।
खून की नदी इस तरह नहीं बहती
शांति का संदेश देने वाले फलस्तीनियों के क्रिसमस नहीं मना पाने के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवगिरी मठ की स्थापना करने वाले समाज सुधारक संत श्रीनारायण गुरु ने भी शांति और सद्भाव का संदेश दिया था।अगर आज गुरु के संदेश का प्रकाश वहां तक पहुंच गया होता, तो खून की नदी इस तरह नहीं बहती। श्री नारायण गुरु ने मानव जाति के लिए ‘एक जाति, एक धर्म और एक ईश्वर’ के संदेश का प्रचार किया था।
छुआछूत के खिलाफ खड़े हुए
19वीं सदी के आध्यात्मिक गुरु और समाज सुधारक का जन्म एक पिछड़े एझावा परिवार में उस दौर में हुआ था, जब ऐसे समुदायों के लोगों को केरल में जाति को लेकर सामाजिक अन्याय का सामना करना पड़ा था। उन्होंने समाज में एक बड़े बदलाव की शुरुआत की। सार्वभौमिक मंदिर प्रवेश के लिए आंदोलन में सबसे आगे रहे और छुआछूत के खिलाफ खड़े हुए।
ये लोग रहे मौजूद
शिवगिरि में आयोजित कार्यक्रम में केरल के सहकारिता मंत्री वी एन वासवन, इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ और एसएनडीपी योगम के महासचिव वेल्लापल्ली नातेसन सहित गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। इसकी अध्यक्षता शिवगिरि मठ के प्रमुख स्वामी सचिदानंद ने की।