राफा शहर पर हमले के बाद इस्राइल पर दुनियाभर से दबाव पड़ना शुरू हो गया है। यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रमुख जोसेप बोरेल ने मांग की है कि इस्राइल के सहयोगी खासकर अमेरिका, इस्राइल को हथियारों की सप्लाई करना बंद करे। बोरेल ने कहा कि गाजा में बड़ी संख्या में लोग मारे जा रहे हैं। बीते हफ्ते ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि इस्राइल की सैन्य कार्रवाई चरम पर पहुंच चुकी है। बोरेल ने बाइडन के उस बयान का हवाला देते हुए कहा कि अगर आपको लगता है कि लोग मारे जा रहे हैं तो आपको कम मात्रा में हथियार देने चाहिए ताकि कई लोगों को मरने से बचाया जा सके।
ब्रुसेल्स में मीडिया से बात करते हुए बोरेल ने कहा कि अमेरिका का युद्ध पर चिंता जताना और इस्राइल को हथियारों की सप्लाई जारी रखना लॉजिकल नहीं है। बोरेल ने कहा कि ‘कितनी बार प्रमुख देशों के नेताओं और विदेश मंत्रियों ने लोगों के मारे जाने पर चिंता जतायी है। अगर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को लगता है कि नरसंहार हो रहा है और बड़ी संख्या में लोग मारे जा रहे हैं तो हमें शायद हथियारों के बारे में सोचने की जरूरत है।’ इस्राइल ने गाजा के राफा में हमले शुरू कर दिए हैं। गाजा पर हमले के बाद बड़ी संख्या में लोग राफा पहुंचकर वहां शरण लिए हुए थे। अब राफा में भी इस्राइल के हमले के बाद शरणार्थियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। बोरेल ने पूछा कि क्या अब इस्राइल के पीएम राफा को भी खाली कराएंगे? अब वे लोगों को कहां भेजेंगे? चांद पर?
इस्राइल ने UNRWA पर लगाए थे आरोप
इस दौरान संयुक्त राष्ट्र की UNRWA के प्रमुख फिलिप लाजारनी भी मौजूद थे। इस्राइल ने बीते दिनों आरोप लगाया था कि UNRWA के लोग भी इस्राइल पर बीते 7 अक्तूबर को हुए हमले में शामिल थे। इस्राइल ने संयुक्त राष्ट्र रिलीफ एंड वर्क्स एजेंसी फॉर फलस्तीन रिफ्यूजी (UNRWA) पर रोक लगाने की मांग की थी। इस्राइल के आरोपों के बाद कई देशों ने यूएनआरडब्लूए की फंडिंग रोकने का एलान कर दिया था।