अर्जेंटीना ने छह बार की चैंपियन जर्मनी को 4-2 से हराकर रविवार को ओडिशा के भुवनेश्वर के कलिंग स्टेडियम में अपना दूसरा एफआईएच (विश्व हॉकी महासंघ) जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप खिताब जीता मैच के हीरो अर्जेंटीना के लौटारो डोमेने रहे जिन्होंने हैट्रिक गोल की मदद से तेआम को खिताब दिलाया।
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डोमेने ने 10वें, 25वें और 50वें मिनट में तीन पेनल्टी कार्नर को गोल बदले जबकि फ्रेंको अगोस्टिनि (60वें) ने अंतिम हूटर से कुछ ही सेकेंड पहले मैदानी गोलकर के अर्जेंटीना को इस टूर्नामेंट का दूसरा खिताब दिलाया. जर्मनी के लिए जूलियस हायनर (36वें) और मास पफंड्ट (47वें) ने गोल किए. अर्जेंटीना ने इससे पहले 2005 में रॉटरडम में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर इस खिताब को जीता था.
अर्जेंटीना ने पहले क्वार्टर में जर्मनी की रक्षापंक्ति पर दबाव बनाकर मैच की शुरुआत में ही अपना दबदबा बनाया. जर्मनी की टीम अपनी खेल योजना के तहत पलटवार करने का इंतजार कर रही थी लेकिन मैच के 10वें मिनट में ही उसकी चाल उलट पड़ गयी, जब डोमेने ने पेनल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अर्जेंटीना को बढ़त दिला दी.
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डोमेने 25वें मिनट में एक और पेनल्टी कार्नर को गोल में बदल कर टीम की बढ़त दोगुनी कर दी. मध्यांतर के बाद हालांकि जर्मनी के खेल में काफी सुधार दिखा. हायनर के मैदानी गोल से टीम ने 36वें मिनट में अर्जेंटीना की बढ़त को कम किया. मैच का आखिरी क्वार्टर काफी रोमांचक रहा जहां पफंड्ट ने 47वें मिनट में गोलकर स्कोर को 2-2 से बराबर कर दिया.
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जर्मनी की यह खुशी हालांकि ज्यादा देर तक नहीं रही क्योंकि इसके तीन मिनट के बाद ही डोमेने के तीसरे गोल ने फिर से अर्जेंटीना को बढ़त दिला दी. रही सही कसर आखिरी क्षणों में अगोस्टिनि के गोल ने पूरी कर दी. इससे पहले तीसरे और चौथे स्थान के मैच में फ्रांस ने गत चैम्पियन भारत को 3-1 से हराया .