नीति आयोग ने देश का पहला बहुआयामी गरीबी सूचकांक रिपोर्ट जारी किया है जिसमें भाजपा शासित राज्यों ने बाज़ी मारी है. आयोग द्वारा जारी आंकड़े में गरीबी के मामले में जो पांच राज्य टॉप पर हैं, उनमें से चार बीजेपी शासित राज्य हैं. गरीबों की आबादी के लिहाज से इनमें उत्तर प्रदेश सबसे टॉप पर है.
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नीति आयोग द्वारा जारी सूचकांक के अनुसार, बिहार टॉप पर है, झारखण्ड दूसरे और उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर है. सूचकांक में मध्य प्रदेश चौथे स्थान पर है, जबकि मेघालय पांचवें स्थान पर है.
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मध्य प्रदेश में भी साल 2003 से लगातार (दिसंबर 2018 से मार्च 2020 छोड़कर) बीजेपी की सरकार है और शिवराज सिंह चौहान 2005 से मुख्यमंत्री हैं. वहीं मेघालय में बीजेपी की गठबंधन सरकार है.
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इस सूचकांक में सीपीएम शासित केरल में 0.71 प्रतिशत, बीजेपी शासित गोवा में 3.76 प्रतिशत, सिक्किम में 3.82 प्रतिशत, तमिलनाडु में 4.89 प्रतिशत और पंजाब में 5.59 प्रतिशत आबादी गरीब है. ये राज्य पूरे देश में सबसे कम गरीब जनता वाले राज्यों में शामिल हैं और सूचकांक में सबसे नीचे हैं.