पिछले महीने हमास के रॉकेट हमलों के बाद से इस्राइल की ओर से गाजा में जमीनी अभियान जारी है। इस बीच, कांग्रेस सांसद राजमोहन उन्नीथन ने शनिवार को चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को बिना किसी ट्रायल के गोली मार देनी चाहिए।
पश्चिम एशिया में चल रहे संघर्ष के बीच फलस्तीन के साथ एकजुटता दिखाने के लिए कासरगोड में एक रैली आयोजित की गई थी। इसको संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने इस्राइली प्रधानमंत्री के खिलाफ ‘न्यूरेनबर्ग मॉडल’ की खुलकर वकालत की।
कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘आप पूछ सकते हैं कि जिनेवा कन्वेंशन के तहत सभी समझौतों को तोड़ने वालों के साथ क्या किया जाना चाहिए। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद युद्ध अपराधों के दोषी लोगों (नाजियों) को न्याय के दायरे में लाने के लिए न्यूरेनबर्ग ट्रायल नाम की कोई चीज हुई। न्यूरेनबर्ग मॉडल में युद्ध अपराधों को आरोपियों को बिना ट्रायल के गोली मार देते थे। अब समय आ गया है कि न्यूरेनबर्ग मॉडल को यहां (इस्राइली प्रधानमंत्री के खिलाफ) लागू किया जाए। आज बेंजामिन नेतन्याहू दुनिया के सामने युद्ध अपराधी के रूप में खड़े हैं। अब समय आ गया है कि नेतन्याहू को बिना किसी ट्रायल के गोली मार दी जाए और उनकी हत्या कर दी जाए क्योंकि उनकी सेना फलस्तीनियों पर अत्याचार कर रही है।’
रैली का आयोजन शुक्रवार को कासरोड यूनाइटेड मुस्लिम जमात की ओर से किया गया था। अभिनेता से नेता बने उन्नीथन कासरगोड से लोकसभा का प्रतिनिधित्व करते हैं। इससे पहले आतंकी समूह हमास के पूर्व प्रमुख खालेद मशाल ने केरल में इसी तरह के एकजुटता कार्यक्रम को संबोधित किया था।
इससे पहले, शुक्रवार को कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पार्टी का एक आधिकारिक बयान जारी किया, जिसमें गाजा में इस्राइली अभियानों की निंदा की गई और केंद्र से जल्द से जल्द युद्धविराम के लिए दखल देने की मांग की गई। सीएनएन ने अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) के अभियोजक करीम खान के हवाले से बताया कि इस बीच एक महत्वपूर्ण कदम में दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, बोलीविया, कोमोरोस और जिबूती ने संयुक्त रूप से आईसीसी को एक रेफरल प्रस्तुत किया, जिसमें फलस्तीनी क्षेत्रों में संभावित अपराधों की जांच का आग्रह किया गया।