जहांगीरपुरी हिंसा मामले के बाद आज अवैध निर्माण की कार्रवाई के बहाने इलाके में बुलडोजर चलाए गए हालांकि इस कार्रवाई से पहले सुप्रीम कोर्ट ने रोक का आदेश दे दिया था. मगर कोर्ट के आदेश के बाद भी एमसीडी की कार्रवाई होती रही और बुलडोज़रों की संख्या में भी इज़ाफ़ा होता रहा, इस दौरान बुलडोजर मस्जिद पर भी चला, लेकिन कार्रवाई तब रुक गयी जब बुलडोजर मंदिर के पास पहुंचा.
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एमसीडी ने इस पक्षपातपूर्ण कार्रवाई के बाद लोगों ने सवाल करते हुए पूछा कि, आखिर क्यों तभी कार्रवाई रुकी जब बुलडोजर मंदिर के पास पहुंचा? कोर्ट का आदेश तो 11 बजे ही आ गया था तो क्यों इसके बाद भी एमसीडी लागातार कार्रवाई करता रहा? क्यों आदेश के बाद भी बुलडोजर ने मस्जिद के पास बनी दुकान पर कार्रवाई की और जब बुलडोजर मंदिर के पास पहुंचा तो कार्रवाई को रोक दिया गया?
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बता दें, बुलडोजर की कार्रवाई को रोकने के लिए सीपीआईएम नेता वृंदा करात खुद मौके पर पहुंची थी और उन्होंने स्पेशल कमिश्नर दीपेंद्र पाठक को सुप्रीम कोर्ट के आदेश से अवगत कराया. उन्होंने कहा कि, दीपेंद्र पाठक से बात की गई है उन्होंने आश्वासन दिया है कि अब इलाके में कोई बुलडोजर नहीं चलेगा. इससे पहले एमसीडी ने आदेश के बावजूद कार्रवाई करने पर जवाब देते हुए कहा था कि, उन्हें कोर्ट के आदेश की कॉपी नहीं मिली है.
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