माफिया अतीक अहमद की हत्या को लेकर योगी सरकार के पशुपालन एवं डेयरी मंत्री धर्मपाल सिंह ने शनिवार को कहा कि अतीक अहमद कई बड़े राज खोलने वाला था, लेकिन इससे पहले ही विपक्षियों ने उसकी हत्या करवा दी. धर्मपाल सिंह ने आगे कहा कि सच तो यह है कि अतीक की हत्या में विपक्ष शामिल है.
माफिया अतीक अहमद और अशरफ की 15 अप्रैल को प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया था. अतीक और अशरफ को मेडिकल के लिए ले जाया जा रहा था। घटना के कुछ वीडियो भी सामने आए हैं जिसमें अतीक अहमद और उनके भाई को पत्रकारों से बात करते देखा जा सकता है, जब शूटरों ने सरगना के सिर में गोली मारी तो अगले ही पल उनके भाई को भी गोली मार दी गई.
हत्याकांड को अंजाम देने वाले तीनों हमलावरों ने भागने की कोशिश नहीं की और खुद सरेंडर कर दिया. घटना के तुरंत बाद सीएम योगी ने एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए. मुख्यमंत्री ने तीन सदस्यीय जांच आयोग गठित करने के भी निर्देश दिए थे।