कर्नाटक सरकार के बेल्लारी विधायक बी नागेंद्र की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है। जहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को विधायक के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर बड़े आरोप लगाए है। जिसमें ईडी ने दावा किया है कि इस साल आम चुनावों के दौरान बेल्लारी लोकसभा सीट के सात लाख से अधिक लोगों को कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में वोट देने के लिए 200-200 रुपये दिए गए थे और यह पैसा कर्नाटक के पूर्व आदिवासी मंत्री बी नागेंद्र और उनके सहयोगियों द्वारा कथित वाल्मीकि घोटाले में गबन की गई नकदी से आया था।
ईडी का दावा
ईडी ने आरोप पत्र में विधायक पर आरोप लगाए है कि बी नागेंद्र ने इन सरकारी निधियों का उपयोग अपने निजी खर्चों को पूरा करने के लिए किया, जैसे कि अपने और अपने सहयोगियों के लिए फ्लाइट बुक करना, बिजली बिलों का भुगतान करना, वाहन का रखरखाव करना और घरेलू कर्मचारियों के मासिक वेतन का भुगतान करना। बता दें कि कांग्रेस विधायक नागेंद्र को सोमवार को बेंगलुरु में जनप्रतिनिधियों के लिए एक विशेष अदालत ने जमानत दे दी है।
कांग्रेस विधायक पर धन शोधन के आरोप
जानकारी के अनुसार संघीय एजेंसी ने सितंबर में बेंगलुरु में एक विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत के सामने इस मामले में अपना पहला आरोपपत्र दायर किया था, जिसमें नागेंद्र को आरोपी नंबर एक के रूप में सूचीबद्ध किया गया था। इसके साथ ही 24 अन्य लोगों में उनके सहयोगी, जुड़े हुए व्यक्ति और कुछ कंपनियां शामिल थीं। बता दें कि धन शोधन का यह मामला कर्नाटक पुलिस और सीबीआई की एक प्राथमिकी से उत्पन्न हुआ है, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि एसटी विकास निगम (केएमवीएसटीडीसी) के खातों से करोड़ों रुपये की धनराशि निकालकर उसे फर्जी खातों में भेज दिया गया और बाद में फर्जी संस्थाओं के माध्यम से धन शोधन किया गया।
वाल्मीकि घोटाले मामले में बोले सीएम सिद्धारमैया
वाल्मीक घोटाले मामले में ईडी के आरोप पत्र दाखिल करने के बाद कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान मंगलवार को कहा कि वाल्मीकि निगम में धन के दुरुपयोग को आदिवासी विकास के लिए धन की कमी का कारण नहीं बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार इस साल फरवरी में बजट में की गई घोषणा के अनुसार निगम को धन स्वीकृत करेगी। बता दें कि 89.63 करोड़ रुपये के धन की हेराफेरी हुई थी, जिसमें से 71.54 करोड़ रुपये बरामद किए जा चुके हैं। ईडी ने निगम में घोटाले की जांच के दौरान कांग्रेस विधायक बी नागेंद्र और पांच अन्य प्रमुख आरोपियों को पहले गिरफ्तार किया था।