कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ‘ओमीक्रॉन’ ने पूरी दुनिया में अफरातफरी मचा दी है. दक्षिण अफ्रीका के शहर जोहानेसबर्ग में पहली बार मिले अबतक के सबसे खतरनाक वैरिएंट ने वैज्ञानिकों को ज़बरदस्त चिंता में डाल दिया है. जानकारी के अनुसार जोहानेसबर्ग में एक HIV पीड़ित मरीज़ में कोरोना वायरस के इस वैरिएंट की पुष्टि हुई. अब वैज्ञानिक इस बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं कि कहीं इस नए वैरिएंट का स्रोत HIV तो नहीं।
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लंदन स्थित यूसीएल जेनेटिक्स इंस्टीट्यूट के एक वैज्ञानिक का कहना है कि कोरोना का यह वेरिएंट पहली बार कहां से आया, यह पूरी तरह स्पष्ट नहीं है. संभवतः किसी HIV/AIDS मरीज में इम्यूनो कंप्रोमाइज्ड शख्स से क्रोनिक इन्फेक्शन हुआ हो. अफ्रीकी देशों में इसके कुछ मामले मिले हैं. यह वेरिएंट बेहद तेजी से 30 बार म्यूटेट होता है, जो ज्यादा टेंशन की वजह है. अल्फा, बीटा और डेल्टा वेरिएंट की तुलना में यह खतरनाक तरीके से मरीजों को अपनी जद में लेता है.
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विशेषज्ञों का कहना है कि डेल्टा वेरिएंट से यह कितना खतरनाक है, यह जानने के लिए इस पर रिसर्च की जरूरत है. अब तक इसके कोई प्रमाण नहीं मिले हैं कि यह कोविड वैक्सीन को बेअसर कर सकता है या नहीं. टीके के अभाव में अफ्रीकी देशों में वैक्सीनेशन की दर कम है और यह स्ट्रेन वहीं से आने की बात कही जा रही है.
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अबतक इस नए वेरिएंट के साउथ अफ्रीका, बोत्सवाना और हॉन्गकॉग, इजरायल और बेल्जियम में कुछ केस मिले हैं. इस नए वैरिएंट की जानकारी के बाद यूनाइटेड किंगडम ने 6 अफ्रीकी देशों की फ्लाइट्स पर अस्थायी बैन लगा दिया है. पिछले 14 दिनों से साउथ अफ्रीका और अन्य अफ्रीकी देशों से आ रहे लोगों की एंट्री सिंगापुर ने सख्त कर दी है.
ऑस्ट्रेलिया ने भी दक्षिण अफ्रीका से आ रहे लोगों की एंट्री पर नियम कड़े किए हैं. यूरोपीय यूनियन के 27 देशों ने अफ्रीका देशों से आ रही फ्लाइट्स पर रोक लगा दी है. अमेरिका और कनाडा ने भी अफ्रीका से आ रहे लोगों को लेकर नियम सख्त कर दिए हैं.