दिल्ली में कथित शराब घोटाले को लेकर मचे संग्राम के बीच अब आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर हरियाणा में स्टांप ड्यूटी चोरी के आरोप लगे हैं और इसकी शिकायत एलजी तक पहुंची थी। अब एलजी ने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी को इसे भेजते हुए आगे ऐक्शन लेने को कहा है। पहचान सार्वजनिक नहीं किए जाने की इच्छा जाहिर करते हुए एलजी ऑफिस के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हालांकि, ‘आप’ की ओर से आरोपों को खारिज किया गया है।
लोकायुक्त दफ्तर को 28 अगस्त को मिली शिकायत को लेकर अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने गृहराज्य हरियाणा में तीन प्लॉट की 4.54 करोड़ में बिक्री की है। आरोप है कि उन्होंने कागजों पर इसकी कीमत कम करके 72.72 लाख रुपए दिखाई। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि संपत्ति को उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल के माध्यम से बेचा गया और इससे सरकारी खजाने को 25.93 लाख रुपए स्टांप ड्यूटी के रूप में और 76.4 लाख रुपए कैपिटल गेन्स टैक्स के रूप ममें लगा, साथ ही इनकम टैक्स भी चोरी हुई।
एलजी ऑफिस ने शिकायत साझा करने और शिकायतकर्ता का नाम बताने से इनकार किया। शिकायत को लेकर ब्योरा देते हुए एलजी ऑफिस के अधिकारियों ने कहा, ”केजरीवाल ने प्रॉपर्टी की कीमत कम दिखाई और भिवानी में 100 फीट चौड़ी सड़क पर तीन प्लॉट को 15 फरवरी 2021 को बाजार कीमत पर 4.54 करोड़ रुपए में बेचा। लेकिन कागजों में इसकी कीमत महज 72.72 लाख रुपए दिखाई। इस प्रक्रिया में ना सिर्फ उन्हें 3.8 करोड़ रुपए कैश मिला, बल्कि 25.93 लाख रुपए स्टांप ड्यूटी और 76.4 लाख रुपए कैपिटल गेन्स टैक्स की चोरी की, इसके अलावा इनकम टैक्स की भी स्पष्ट चोरी है।”
इसके जवाब में आम आदमी पार्टी का कहना है कि आरोपों का कोई आधार नहीं है। आप के एक नेता ने कहा, ”यह केजरीवाल की पैतृक जमीन थी, जिसे कलेक्टर के रेट के मुताबिक बेचा गया। इसके मुताबिक स्टांप ड्यूटी का पूरा भुगतान किया गया है। गड़बड़ी का सवाल कहां है? फिर भी यदि एलजी चाहते हैं वह सीबीआई, ईडी और कोई भी जांच करा सकते हैं।”
एक अधिकारी ने बताया कि शिकायत लोकायुक्त को भेजी गई थी और एक कॉपी एलजी को भी भेजी गई थी। अब एलजी ने इसे चीफ सेक्रेटरी को भेज दिया है। लोकायुक्त दफ्तर या चीफ सेक्रेटरी नरेश कुमार की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। केजरीवाल पर यह आरोप ऐसे समय पर लगे हैं जब उनकी सरकार और एलजी दफ्तर के बीच कई मुद्दों पर टकराव चल रहा है। एक तरफ एलजी ने एक्साइज पॉलिसी, क्लासरूम निर्माण और डीटीसी बसों की खरीद में कथित गड़बड़ी की जांच का आदेश दिया है तो दूसरी तरफ ‘आप’ भी वीके सक्सेना पर कई आरोप लगा रही है।