चक्रवाती तूफान रेमल के चलते कोलकाता बंदरगाह या श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह पर रविवार रात को कामकाज बंद रहेगा। इस दौरान सभी कार्गो जहाज और कंटेनर संबंधी ऑपरेशन रविवार शाम लेकर अगले 12 घंटे तक बंद रहेंगे। बंदरगाह पर काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए यह फैसला किया गया है।
कोलकाता बंदरगाह के अध्यक्ष रातेंद्र रमन ने शनिवार को एक बैठक की, जिसमें चक्रवाती तूफान के असर को लेकर और तूफान संबंधी तैयारियों को परखा। बैठक में अध्यक्ष ने अधिकारियों को तूफान से बचाव के लिए हरसंभव तैयारी करने को कहा। बंदरगाह पर रेलवे संचालन भी बंद रहेगा। बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान रेमल रविवार रात को बंगाल के तट से टकरा सकता है। इसी दौरान यह बांग्लादेश के तट से भी टकराएगा। तूफान के चलते 110-120 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव अब चक्रवाती तूफान में बदल गया है। मौसम विभाग के अनुसार, यह तूफान 26 मई की रात बंगाल और बांग्लादेश के तट से टकरा सकता है। ऐसे में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। चक्रवाती तूफान रेमल के असर से देश के कई राज्यों में भारी बारिश हो सकती है। ओडिशा के उत्तरी इलाकों में भी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। यूपी बिहार के कुछ हिस्सों में भी बारिश की संभावना है। ऐसे में बीते कई दिनों से भीषण गर्मी झेल रहे लोगों को बड़ी राहत मिल सकती है।
चक्रवाती तूफान रेमल को लेकर एनडीआरएफ की टीमें अलर्ट पर हैं। एनडीआरएफ के अधिकारी जहीर अब्बास ने बताया कि ‘हम चक्रवाती तूफान को लेकर पूरी तरह से तैयार हैं। अगर तूफान बंगाल में तबाही मचाता है तो हमारे सैनिक हर स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। हमारी टीम सभी संसाधनों से सुसज्जित है।’