राहुल गांधी ने ट्विटर पर कहा कि सच बोलना देशभक्ति है, देशद्रोह नहीं। वायनाड के सांसद ने कहा, ‘सच बोलना देशभक्ति है, देशद्रोह नहीं। सच कहना देश प्रेम है, देशद्रोह नहीं। सच सुनना राजधर्म है, सच कुचलना राजहठ है। डरो मत!’
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इससे पहले बुधवार को दिन में सुप्रीम कोर्ट ने 152 साल पुराने औपनिवेशिक युग के कानून पर रोक दी। कोर्ट ने भारतीय नागरिकों की नागरिक स्वतंत्रता को संरक्षित करने की आवश्यकता पर बल दिया। अपने अंतरिम आदेश में अदालत ने कहा कि जब तक सरकार कानून की पूरी समीक्षा नहीं कर लेती, तब तक धारा 124ए को ‘स्थगित’ करना ‘उचित’ होगा।
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CJI एनवी रमना की अगुवाई वाली तीन सदस्यीय पीठ ने कहा, ‘यह उचित होगा कि आगे की पुन: समीक्षा समाप्त होने तक कानून के इस प्रावधान का उपयोग न करें। हम आशा और उम्मीद करते हैं कि केंद्र और राज्य धारा 124 ए के तहत कोई प्राथमिकी दर्ज करने से परहेज करेंगे या फिर से समीक्षा समाप्त होने तक उसी के तहत कार्यवाही शुरू करेंगे।’