तमिलनाडु में भाजपा नेता को न्यायिक हिरासत में भेजने का मामला तूल पकड़ता दिख रहा है। शनिवार को तमिलनाडु पुलिस ने भाजपा नेता अमर प्रसाद रेड्डी को चेन्नई में तांबरम की मजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया। अदालत ने रेड्डी को 3 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला सुनाया। इस फैसले के बाद भाजपा नेताओं में आक्रोश है।
मामला चेन्नई के पनैयुर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई के आवास की परिसर की दीवार के बाहर एक झंडे के खंभे को हटाने का है। रिपोर्ट के मुताबिक खंभे को हटाने के दौरान कथित तौर पर हंगामा करने के आरोप में पुलिस ने अमर प्रसाद रेड्डी को गिरफ्तार किया था।
हिरासत में भेजने के समय पर सवाल
रेड्डी पर कार्रवाई की टाइमिंग को लेकर भाजपा ने सवाल किया है। भाजपा कार्यकर्ता कार्तिक गोपीनाथ ने कहा, अदालतों में अवकाश का समय है। 29 अक्तूबर तक अदालत बंद रहेगी। 25 तारीख को जमानत याचिका दायर करने का समय मिलेगा। 26 को जमानत न मिलने पर रेड्डी को लंबे समय तक सलाखों के पीछे रहना पड़ेगा।
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चेन्नई में ध्वजस्तंभ हटाने पर भाजपा पदाधिकारियों की गिरफ्तारी के मामले में तमिलनाडु भाजपा के उपाध्यक्ष नारायणन तिरुपति ने भी बयान दिया। उन्होंने कहा, “शहर में हजारों ध्वजस्तंभ हैं। क्या वे सभी अनुमति के साथ लगाए गए हैं? ऐसा नहीं है, लेकिन इस मामले में, भाजपा पिछले पिछले चार महीनों से अनुमति मांग रही है। पुलिस-प्रशासन को बताना चाहिए कि अनुमति क्यों नहीं दी गई?
नारायणन तिरुपति ने सवाल किया कि पुलिस को इतनी बड़ी संख्या में अन्नामलाई के घर के बाहर जाने और तड़के झंडे के खंभे को हटाने की क्या जरूरत थी? ऐसी कार्रवाई की क्या आवश्यकता है? समय और ऊर्जा के साथ पुलिस बल की बर्बादी हो गई है। हमारे भाजपा कार्यकर्ताओं पर क्रूरतापूर्वक हमला कर गिरफ्तार किया गया।
भाजपा कार्यकर्ताओं को धमकाना संभव नहीं
उन्होंने कहा कि कई महिलाओं सहित सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है। भाजपा उपाध्यक्ष ने सवाल किया कि क्या तमिलनाडु पुलिस को ऐसी कार्रवाई करने के लिए मजबूर किया गया है? उन्होंने कहा कि यह प्रतिशोध की राजनीति है। उन्होंने साफ किया कि आप भाजपा कार्यकर्ताओं को धमकाना चाहते हैं, जो संभव नहीं है।
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40 फीट से अधिक लंबे खंभे को हटाने पर विवाद
तमिलनाडु बीजेपी नेता अमर प्रसाद पर कार्रवाई के संबंध में आई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चेन्नई में अवैध ध्वज स्तंभ को हटाने के लिए लाई गई जेसीबी मशीन पर हमला करने और उसे क्षतिग्रस्त करने के मामले में तमिलनाडु भाजपा नेता अमर प्रसाद रेड्डी को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। 40 फीट से अधिक लंबा स्तंभ भाजपा प्रमुख के अन्नामलाई के आवास के बाहर से हटाया जाना था।
तांबरम पुलिस के अनुसार, शुक्रवार शाम को अन्नामलाई के घर की परिसर की दीवार के बाहर 45 फीट का झंडा पोल लगाने से पहले ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन से कोई अनुमति नहीं ली गई। पुलिस ने कहा कि ध्वज स्तंभ खतरनाक रूप से हाई वोल्टेज बिजली की लाइनों के करीब था। जनता को असुविधा भी हो रही थी, बाद में निगम और पुलिस ने इसे हटाने का फैसला लिया।
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110 बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरोध किया
पुलिस के मुताबिक, जब अधिकारी और कार्यकर्ता झंडे का पोल हटाने पहुंचे तो करीब 110 बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरोध किया। इसमें अमर भी शामिल थे। पुलिस अधिकारी के मुताबिक बार-बार समझाने और अपील के बावजूद, वे सरकारी अधिकारियों के साथ बहस करते रहे। नियमों के उल्लंघन के कारण कुछ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया।
कार्रवाई पर पुलिस और भाजपा नेता कपिल मिश्रा का बयान
रिपोर्ट्स के मुतािक रेड्डी की गिरफ्तारी के अलावा, मामले में छह और लोगों के खिलाफ भी पुलिस ने मामला दर्ज किया है। उनमें से पांच को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अमर प्रसाद रेड्डी की गिरफ्तारी से आक्रोशित भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने पुलिस की कार्रवाई की निंदा की और उन्होंने “लोकतंत्र में असहमति की रक्षा” के महत्व का भी जिक्र किया।