पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के कथित उत्पीड़न का मामला चर्चा में है। भाजपा एक तरफ सच को दबाने के आरोप लगा रही है को दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने विपक्षी पार्टी भाजपा पर झूठ फैलाने के आरोप लगाए हैं। अब इस मामले में एक नया वीडियो सामने आया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है। दरअसल, वीडियो में एक स्थानीय भाजपा नेता को यह कहते सुना जा सकता है कि 70 से अधिक महिलाओं को टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उनके सहयोगियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए दो- दो हजार रुपये दिए थे।
एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 45 मिनट वाले वीडियो में संदेशखाली मंडल के अध्यक्ष गंगाधर कयाल जैसे दिखने वाला एक शख्स यह बात कह रहा था। कयाल ने ही इससे पहले एक अन्य कथित क्लिप में कहा था कि दुष्कर्म के आरोप मनगढ़ंत हैं। हालांकि, अमर उजाला ऐसी किसी वीडियो की कोई पुष्टि नहीं करता है।
शनिवार रात वायरल हुआ वीडियो
नया वीडियो शनिवार रात को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें कयाल को कहते सुना गया कि शेख के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए 70 महिलाओं को दो-दो हजार रुपये दिए गए थे। उन्होंने आगे कहा, ‘हमें 50 बूथों के लिए ढाई लाख रुपये नकद की जरूरत होगी, जहां 30 फीसदी प्रदर्शनकारी महिलाएं होंगी। हमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछडे़ वर्गों के लोगों को रुपये देकर खुश रखना होगा। किसी भी स्थिति में पुलिस महिलाओं के सामने आगे आकर खड़ी हो जाएंगी।’
रिपोर्ट में कहा गया है कि कयाल से संपर्क नहीं हो सका, लेकिन भाजपा ने वीडियो को फर्जी बताया है।
तृणमूल कांग्रेस ने साधा निशाना
तृणमूल कांग्रेस की प्रवक्ता रिजु दत्ता ने वीडियो को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संदेशखाली पर भाजपा की फर्जी चिंता की सच्चाई अब बाहर आ रही है।
संदेशखाली महिलाओं के कई कथित वीडियो पिछले कुछ दिनों में टीएमसी द्वारा सामने आए और साझा किए गए हैं। इससे पहले चार मई को एक वीडियो सामने आया था, जिसमें कयाल को यह कहते हुए सुना गया था कि पूरी साजिश के पीछे विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी हैं। उनके इशारे पर विरोध दर्ज कराया गया था।
उसके बाद एक और वीडियो सामने आया, जो उन महिलाओं के बारे में था जिन्होंने पहले दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई थी। बाद में दावा किया गया था कि उनसे भाजपा नेताओं ने एक कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराए थे और पुलिस स्टेशन जाने के लिए मजबूर किया था।
एक अन्य क्लिप में, बशीरहाट निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार और संदेशखाली प्रदर्शनकारी रेखा पात्रा ने दावा किया कि वह दुष्कर्म पीड़ितों को नहीं जानती हैं जिन्हें राष्ट्रपति से मिलने के लिए दिल्ली ले जाया गया था।
तृणमूल कांग्रेस ने राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा पर आरोप लगाया था कि उन्होंने संदेशखाली की कुछ महिलाओं को इलाके में तृणमूल कांग्रेस नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए कथित तौर पर कहकर अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया है।
क्या है संदेशखाली विवाद
कोलकाता से लगभग 100 किलोमीटर दूर, सुंदरबन की सीमाओं पर स्थित संदेशखाली इलाका एक महीने से अधिक समय से शाहजहां और उनके समर्थकों के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के साथ उबाल पर है। दरअसल गांव की महिलाओं ने बीते दिनों आरोप लगाए थे कि टीएमसी नेता शाहजहां शेख और अन्य टीएमसी नेताओं ने उनकी जमीनों पर कब्जा कर लिया और कुछ महिलाओं ने टीएमसी नेताओं पर यौन शोषण के भी आरोप लगाए थे। इसे लेकर संदेशखाली में महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ता भी संदेशखाली में प्रदर्शन कर रहे हैं। शाहजहां शेख राशन घोटाले में आरोपी है और बीते दिनों ईडी टीम पर हुए हमले में भी शाहजहां शेख आरोपी है।