जर्मनी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर बयान दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा इस मामले में जर्मन दूतावास के उप प्रमुख जॉर्ज एन्जवीलर को तलब किया गया। भारत ने इसे देश की आंतरिक घटना बताया और जर्मन पक्ष की टिप्पणियों पर कड़ा विरोध दर्ज किया।
भारत ने जताया कड़ा विरोध
भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि आज जर्मन दूतावास के उप प्रमुख जॉर्ज एन्जवीलर को तलब किया गया। उन्हें जर्मनी के विदेश कार्यालय प्रवक्ता की टिप्पणियों पर भारत के कड़े विरोध से अवगत कराया गया। आगे कहा गया है कि जर्मनी द्वारा की गई टिप्पणी को हम भारत की न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कमजोर करने के रूप में देखते हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत एक मजबूत कानून व्यवस्था वाला देश है और इस मामले में भी कानून अपना काम करेगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद जर्मनी ने कहा कि हमने इस घटना को नोट किया है। आगे कहा गया कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है और हम उम्मीद करते हैं कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता, बुनियादी लोकतांत्रिक सिद्धांतों से संबंधित मानकों को इस मामले में भी लागू किया जाएगा। आगे कहा गया है कि केजरीवाल को निष्पक्ष सुनवाई का पूरा अधिकार है।
जेल से सरकार चलाएंगे केजरीवाल
दिल्ली शराब नीति केस में अरविंद केजरीवाल को 28 मार्च तक ईडी की रिमांड पर भेजा गया है। हालांकि ईडी अदालत से दस दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन जांच एजेंसी को 6 दिन की रिमांड दी गई। अब केजरीवाल को 28 मार्च की दोपहर 2 बजे कोर्ट में पेश किया जाएगा। रिमांड मिलने के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं इस्तीफा नहीं दूंगा और जेल से ही सरकार चलाऊंगा