महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि इंडिया गठबंधन की विश्वसनीयता और नेतृत्व के मुद्दे हैं और इसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा से कोई मुकाबला नहीं है।
प्रदेश भाजपा पदाधिकारियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए फडणवीस ने कहा कि एक समाचार पोर्टल के खिलाफ जांच में चीन की फंडिंग का खुलासा हुआ है, जो दिखाता है कि कुछ ताकतें मोदी सरकार की विकास की गाड़ी को पटरी से उतारना चाहती हैं।
इससे पहले में दिल्ली पुलिस ने चीन के समर्थन में प्रचार के लिए धन प्राप्त करने के आरोप में यूएपीए के तहत दर्ज मामले में एक ऑनलाइन समाचार पोर्टल और उसके पत्रकारों से जुड़े तीस स्थानों पर तलाशी ली।
फडणवीस ने कहा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व वाले विपक्षी समूह में विश्वसनीयता की कमी है। इंडिया गठबंधन के किसी भी नेता ने राष्ट्रीय अपील नहीं की है। उनके पास विकास का कोई एजेंडा नहीं है औऱ देश के विकास के लिए उनके पास दूरदृष्टि का अभाव है।
उन्होंने आरोप लगाया कि समूह का एकमात्र एजेंडा प्रधानमंत्री मोदी का विरोध करना है, क्योंकि वे जानते हैं कि मोदी के तीसरी बार सत्ता में लौटने पर उनका भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि ममता बनर्जी (तृणमूल कांग्रेस), अखिलेश यादव (सपा) और तेजस्वी यादव (राजद) जैसे नेता विपक्षी खेमे को नेतृत्व प्रदान नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा, ‘इन नेताओं के बीच मतभेद हैं जो चुनाव के बाद और बढ़ेंगे।’ उन्होंने कहा कि देश के लोग अच्छी तरह जानते हैं कि इंडिया गठबंधन का मोदी से कोई मुकाबला नहीं है।
उन्होंने कहा कि पिछले नौ वर्षों में मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं ने लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। फडणवीस ने कहा, ‘भारत अब सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। पहले हम दूसरे देशों के पीछे जाते थे लेकिन अब अन्य विकसित देश हमारे पास आ रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि भाजपा की लड़ाई इंडिया गठबंधन के खिलाफ नहीं है, बल्कि उनके पीछे की ताकतों के खिलाफ है जो देश में अराजकता फैलाना चाहते हैं।
फडणवीस ने कहा कि शिवसेना और राकांपा (अजित पवार गुट) की त्रिपक्षीय सरकार में भाजपा बड़े भाई की भूमिका में है। उन्होंने कहा, ‘बड़े भाई के तौर पर भाजपा को उदार होने और जरूरत पड़ने पर त्याग करने की जरूरत होती है। लेकिन हम अपने सिद्धांतों और उद्देश्यों से विचलित नहीं होंगे।’