जब पश्चिमी और पूर्वी जर्मनी का एकीकरण हो सकता है तो फिर भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश फिर से एक क्यों नहीं हो सकते। हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भाजपा के एक कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने देश के विभाजन को दुखद करार देते हुए इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस के कुछ लोग सत्ता लेने की जल्दी न दिखाते तो शायद बंटवारा न होता। मनोहर लाल खट्टर ने कहा, ‘विभाजन नहीं हुआ होता, यदि कांग्रेस के कुछ लोगों ने सत्ता लेने में जल्दी न दिखाई होती। यदि वह थोड़ी सी सत्ता छोड़ देते तो फिर विभाजन को रोका जा सकता था। हम चाहते हैं कि पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध रहें। यदि पूर्वी और पश्चिम जर्मनी इकट्ठे हो सकते हैं तो भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश क्यों नहीं हो सकते?’
उन्होंने कहा कि जर्मनी के दोनों हिस्सों के लोगों ने खुद ही उस दीवार को तोड़ दिया था, जो विभाजन के चलते बनाई गई थी। उन लोगों ने वैचारिक मतभेद मिटा दिए थे। भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे की एक प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करते हुए उन्होंने यह बात कही। गुरुग्राम में चल रहे कार्यक्रम की शुरुआत में उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लंबे समय तक वोट बैंक पॉलिटिक्स की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यही विचारधारा रही है कि कैसे शासन किया जाए और लोगों को उसके लिए किस तरह से बांटने का काम किया जाए। भाजपा का ऐसा लक्ष्य नहीं है।
‘भारत को चुनने वालों को दिया अल्पसंख्यक का तमगा’
उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस जैसी ही विचारधारा हमारी भी होती तो फिर हम देश के लिए कुछ नहीं करते। कांग्रेस में तो सिर्फ मैं, मेरा घर, मेरा परिवार और मेरा बेटा की सोच है। इसके आगे वो लोग बढ़ते ही नहीं हैं। लेकिन भाजपा का लक्ष्य सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है। खट्टर ने कहा कि विभाजन धर्म के आधार पर किया गया था। लेकिन कुछ लोगों ने यहीं रहने का फैसला लिया और कहा कि यह हमारा ही देश है। लेकिन ऐसे लोगों को अल्पसंख्यक का तमगा देकर उनके मन में असुरक्षा का भाव पैदा किया गया। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों के मन में असुरक्षा का भाव ऐसे शब्द से पैदा हुआ है, जो नहीं होना चाहिए था।
खट्टर बोले- कांग्रेस ने हमेशा दिखाया संघ का डर
हरियाणा के सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने इससे भी आगे जाते हुए, मुस्लिमों को भय दिखाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि यह देश हमारी सामूहिक पहचान है और हमें इसे बनाकर रखना है। हमें अल्पसंख्यक समुदायों के लिए भी काम करना होगा। कांग्रेस ने हमेशा लोगों को संघ के नाम से डराने का काम किया है। उन्हें बताया गया कि संघ तो खा जाएगा, संघ तो मार देगा।