लोकसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पश्चिम बंगाल में सभी 42 सीटों से चुनाव लड़ने की घोषणा की। टीएमसी के इस एलान के बाद बंगाल में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने प्रतिक्रिया दी है।
अधीर रंजन ने कहा, ‘मुझे इससे बिलकुल भी फर्क नहीं पड़ता है। हमारे नेता पहले ही इसपर बात कर चुके हैं। मैं यहां केवल चुनाव लड़ने और जीतने आया हूं। हमें केवल चुनाव लड़ना और जीतना आता है।’
कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे को लेकर टीएमसी राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कहा, ‘कांग्रेस की राज्य इकाई यहां टीएमसी पर हमला कर रही है और भाजपा को ऑक्सीजन दे रही है। यह काम नहीं करने वाला है। हम सभी 42 सीटों पर लड़ने के लिए तैयार हैं। कांग्रेस को जमीनी हकीकत के आधार पर सीट बंटवारे को लेकर बात करनी चाहिए। लेकिन वे यहां राजनीति कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अंतिम निर्णय लेंगी।’
टीएमसी ने साधा भाजपा और कांग्रेस पर निशाना
शनिवार को टीएमसी ने कहा कि वह राज्य में बिना राजनीति किए विकास कार्य करती है। पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने बताया कि भाजपा और कांग्रेस की तरह टीएमसी झूठे वादे नहीं करती है। उन्होंने कहा, सितंबर में हमारे पार्टी के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने धुपगुड़ी के लोगों से वादा किया था कि वह इस क्षेत्र को सब-डिवीजन में अपग्रेड करेंगे। हाल ही में टीएमसी प्रमुख और सीएम ममता बनर्जी ने बताया कि धुपगुड़ी अब सबडिवीजन बन गया है। यह दर्शाता है कि पार्टी अपना वादा ऐसे पूरा करती है।
टीएमसी प्रवक्ता ने आगे कहा कि भाजपा की तरह टीएमसी उन स्थानों पर विकास कार्य करने से भेदभाव नहीं करती जहां उनका निर्वाचित प्रतिनिधि न हो। उन्होंने कहा, ‘बंगाल में भाजपा की सरकार नहीं है, इसलिए उसने राज्य को फंड देना बंद कर दिया है। लेकिन धुपगुड़ी में निर्मल राय से पहले टीएमसी का एक भी विधायक नहीं था, इसके बावजूद राज्य सरकार वहां विकास कार्य करना बंद नहीं की।’
उन्होंने कहा कि जहां भाजपा केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर राजनीति कर रही है. वहीं टीएमसी लोगों के विकास के लिए काम कर रही है। इसलिए टीएमसी की वोट शेयर में वृद्धि देखने को मिल रहा है।