संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा सरकार से बातचीत के बाद आंदोलन समाप्त करने के एलान के बाद किसानों ने दिल्ली बॉर्डर को खली करना शुरू कर दिया है. इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने चुनावों में भाजपा का विरोध जारी रखने के सवाल को टालते हुए कहा कि इस पर आगे बात करेंगे।
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बता दें कि किसान आंदोलनकी समाप्ति की घोषणा करने और 11 दिसंबर को प्रदर्शन स्थल को औपचारिक रूप से खाली करने के बाद प्रदर्शनकारी किसान अब सिंघु बॉर्डर समेत सभी प्रदर्शन स्थल खाली करके वापस लौटने लगे हैं. हालांकि गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन की अगुवाई कर रहे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि वे फ़िलहाल वापस नहीं जा रहे हैं.
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संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ किसान आंदोलन के स्थगित करने के ऐलान के बाद आज से दिल्ली की सीमाओं से घरों की ओर लौटना शुरू कर दिया है. हालांकि गाजीपुर बार्डर से किसान 12 दिसंबर से बड़ी तादाद में लौटना शुरू करेंगे. टिकैत ने कहा- ‘बिजनौर के लिए किसानों के ट्रेक्टर को रवाना कर दिया है, कुछ लोग 11 दिसंबर को ज्यादातर 12 दिसंबर को निकलेंगे, बॉर्डर पूरी तरह खाली करने में 4/5 दिन लग जाएंगे, सामान का हिसाब किताब और देनदारी करके जाएंगे.’
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टिकैत ने आगे कहा- ‘आज विजय दिवस पर लोग जाने से एक दूसरे से मिलेंगे, पैकिंग करेंगे, गांवों से भी आज लोग आए हुए हैं. ये ना किसी की हार है ना जीत है, एक समझौते के आधार पर जा रहे हैं, समझौता बराबरी का होता है उसमें ना किसी की हार होती है ना जीत. 15 दिसंबर को घर मुजफ्फरनगर जाएंगे, 16 दिसंबर को वापस आकर हैदराबाद की तरफ चले जाएंगे. मिशन यूपी और उत्तराखंड का आचार संहिता लगने के बाद बताएंगे, अभी इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मिलना है, मुद्दों पर बात करेंगे क्योंकि आचार संहिता लगने तक सरकार बहुत सारे काम कर सकती हैं. बीजेपी का विरोध करेंगे या नहीं ये आगे बताएंगे.’