महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को मराठा और ओबीसी आरक्षण को लेकर अपना रुख स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि समाज में जातिगत तनाव न फैले। शिंदे ने ओबीसी कार्यकर्ता लक्ष्मण हके और अन्य लोगों का अनिश्चितकालीन अनशन तोड़ने के लिए धन्यवाद किया।
नासिक में पत्रकारों से बात करते हुए सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, “हम यह सुनिश्चित करेंगे कि समाज में जातिगत तनाव न फैले।” बता दें कि शिंदे ने शुक्रवार को ओबीसी नेताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में उन्होंने कहा कि 27 जून से शुरू होने वाले मानसून सत्र के पहले सप्ताह में सर्वदलीय बैठक बुलाई जाएगी। शिंदे ने मीडिया से कहा, “कल इस मुद्दे पर अच्छी चर्चा हुई।”
राज्य मंत्री छगन भुजबल ने कहा, “राज्य सरकार ने सेज सोयारे या कुंबी जाति प्रमाणपत्र रखने वाले मराठों के रिश्तेदारों को आरक्षण देने के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए बैठक बुलाने का फैसला किया।” बता दें कि जनवरी में राज्य सरकार सेज सोयारे को कुनबी का दर्जा देने के लिए एक मसौदा अधिसूचना लेकर आई थी। इसमें बताया गया कि कुंबी समुदाय एक ओबीसी समूह से संबंधित हैं।
कार्यकर्ता मनोज जरांने ने मांग की है कि मराठों को ओबीसी श्रेणी के तहत आरक्षण मिले। वहीं दूसरी तरफ ओबीसी नेता सरकार के मसौदा अधिसूचना को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।