कर्नाटक के बंगूलरू स्थित रामेश्वरम कैफे में शुक्रवार को दोपहर एक बजे धमाका हुआ। जिसके बाद से ही सूबे की राजनीति गरमा गई है। इस बीच, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शनिवार को कहा कि शुक्रवार को हुई घटना और 2022 में मंगलुरु में हुए कुकर विस्फोट के बीच कोई न कोई संबंध दिखाई देता है। पुलिस सभी पहलुओं पर गौर कर रही है।
मामले पर डीके शिवकुमार ने कहा कि पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, मंगलुरु घटना और इस घटना के बीच एक संबंध दिखाई देता है। विस्फोट के लिए इस्तेमाल की गई सामग्री मिलती-जुलती प्रतीत होती है। हालांकि कई पहलुओं पर जांच जारी है। उन्होंने कहा कि मंगलूरू और शिवमोग्गा से भी कई पुलिस अधिकारी यहां आए हैं। सभी पहलुओं पर बारीकियों से गौर किया जा रहा है।
निष्पक्ष जांच के लिए हम प्रतिबद्ध- शिवकुमार
मामले पर जानकारी देते हुए डीके शिवकुमार ने कहा कि सरकार निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिबद्ध है। मामले की जांच के लिए पुलिस को पूरी छूट है। हालांकि उन्होंने कहा कि बंगलूरू में रहने वाले नागरिकों को घबराने की जरूरत नहीं है। यह कम तीव्रता का विस्फोट था, जिसे स्थानीय स्तर पर तैयार किया गया था, लेकिन आवाज धमाकेदार थी।
क्षेत्र के हर सीसीटीवी खंगाले जा रहे- शिवकुमार
शिवकुमार ने कहा कि आरोपी के टोपी या चश्मा पहनने के बावजूद उसका चेहरा दिखाई दे रहा है। पुलिस मामले में आस-पास के तमाम सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही हैं। उप मुख्यमंत्री शिवकुमार ने कहा कि पुलिस को कैफे विस्फोट के सभी पहलुओं की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। हम इसमें हस्तक्षेप नहीं करेंगे। केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) जांच कर रही है, उन्होंने 7-8 टीमें बनाई हैं, वे सभी पहलुओं को देख रहे हैं।
गौरतलब है कि मंगलुरु में नवंबर 2022 में एक प्रेशर कुकर के अंदर रखा आईईडी उस समय गलती से फट गया था जब उसे ऑटो रिक्शा में ले जाया जा रहा था। विस्फोट के बाद की गई जानकारी से पता चला था कि आईईडी को कादरी मंजुनाथ में लगाया जाना था।
विधानसभा में लगे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे- राजीव चंद्रशेखर
इस बीच, बंगलूरू कैफे विस्फोट की घटना और राज्यसभा चुनाव के दौरान कथित पाकिस्तान समर्थक नारे पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार सरकार के आचरण को देखें। विधानसभा के भीतर ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाने शुरू कर दिए, जो जघन्य अपराध है। शुक्रवार को बम विस्फोट हुआ, तो डिप्टी सीएम ने कहा कि यह एक सिलेंडर विस्फोट था। सिद्धारमैया ने जो तुष्टिकरण का माहौल बनाया है, वह बंगलूरू शहर के लिए अच्छा नहीं है।