भाजपा की नेता और सोशल मीडिया स्टार सोनाली फोगाट को आखिरी बार जिस कर्लीज रेस्तरां में देखा गया था, उस पर अब बुलडोजर चलाए जाने की तैयारी है। इस रेस्तरां को तटीय इलाके में निर्माण को लेकर तय नियमों का उल्लंघन करने पर गिराया जाएगा। गोवा कोस्टल जोन मैनेजमेंट अथॉरिटी की ओर से यह आदेश जारी किया गया था, जिसे नेशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल ने बरकरार रखा है। संयोग की बात है कि ग्रीन ट्राइब्यूनल का यह आदेश ऐसे समय पर आया है, जब सोनाली फोगाट की संदिग्ध मौत हुई है। इस घटना से पहले सोनाली फोगाट को आखिरी बार कर्लीज रेस्तरां में ही देखा गया था।
इस आदेश के खिलाफ रेस्तरां के मालिक लिनेट न्यूनस ने ग्रीन ट्राइब्यूनल में अपील की थी। पहली बार गोवा कोस्टल मैनेजमेंट अथॉरिटी ने इसी साल जुलाई में रेस्तरां को गिराने का आदेश जारी किया था। इस मामले में काशीनाथ शेत्ये नाम के शख्स ने गोवा कोस्टल मैनेजमेंट अथॉरिटी के समक्ष शिकायत की थी और नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया था। उस अर्जी पर सुनवाई करते हुए अथॉरिटी ने इसे गिराने का आदेश जारी किया था। इसके बाद रेस्तरां के मालिक ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की थी। सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि इस मामले में एनजीटी को ही फैसला लेना चाहिए। अब एनजीटी ने भी अथॉरिटी के ही आदेश पर मुहर लगाते बीते महीने सोनाली फोगाट गोवा के दौरे पर थीं और उन्हें उनके दो सहायक अस्पताल ले गए थे। जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था। शुरुआती जानकारी में कहा गया था कि सोनाली फोगाट की मौत हार्ट अटैक से हुई है। लेकिन उनके परिजनों ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा था कि ऐसा नहीं हो सकता है। वह एकदम फिट थीं और उन्हें हार्ट अटैक नहीं हो सकता है। इसके बाद जब जांच की गई और पोस्टमार्टम हुआ तो कुछ संदिग्ध मालूम हुआ। उनके शरीर में चोटें सामने आई थीं। इसके बाद अब इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है। गोवा पुलिस ने पिछले दिनों सोनाली फोगाट के गृह जिले हिसार जाकर भी जांच की थी। गोवा पुलिस ने सोनाली फोगाट के दोनों सहयोगियों को अरेस्ट भी कर लिया है। हुए कहा है कि रेस्तरां को गिराए जाने का फैसला सही है।