NEET एग्जाम में फर्जीवाड़ा सामने आया है. जानकारी के मुताबिक मेडिकल की 1-1 सीट 20 लाख रुपये में बेची गई. इस फर्जीवाड़े को अंजाम देने वाले रैकेट इस रकम के बदले मेडिकल की एक सीट ऑफर की थी, यह रैकेट चार राज्यों में फैला था.
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सीबीआई ने सोमवार को इस मामले में 8 लोगों की गिरफ्तारी की थी.सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि हर सीट की कीमत ₹ 20 लाख है जिसमें से पांच लाख रुपये उसे ‘बहुरुपिये’ को दिए जाते हैं जो स्टूडेंट के बजाय परीक्षा में बैठकर NEET का प्रश्नपत्र सॉल्व करता था.
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शेष राशि बिचौलियों और अन्य लोगों के बीच बांटी जाती थी.सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने इस मामले में दिल्ली से नीट का प्रश्नपत्र साल्व करने वाले आठ में से छह लोगों की गिरफ्तारी की है. मामले के मास्टरमाइंड सुशील रंजन को सफरदजंग से गिरफ्तार किया था जो सॉल्वर्स की नियुक्ति करता था और पेमेंट प्राप्त करता था. अधिकारियों के अनुसार रैकेट बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और हरियाणा में भी सक्रिय है.इस मामले में 11 लोगों को नामजद किया गया है और अन्य लोगों की तलाश जारी है.
जांच का दायरा बढ़ाने के लिए सीबीआई जब कैंडिडेट्स से भी बात करेगी, इसमें कोचिंग संस्थानों की भूमिका भी जांच के दायरे में आएगी. गौरतलब है कि धोखाधड़ी को रोकने के लिए ‘नीट’ के लिए सुरक्षा जांच बेहद कड़ी की गई है. परीक्षा हॉल में पर्स, हैंडबैग, बैल्ट, कैप, आभूषण, जैसी चीजों को ले जाने की अनुमति नहीं है.