यूक्रेन के सुमी में और खारकीव में अब भी एक हज़ार से ज़्यादा भारतीय छात्र फंसे हुए हैं और अपने देश से मदद की गुहार लगा रहे हैं, यह साफ़ तौर पर कह रहे हैं कि हमें यहाँ से फ़ौरन निकालिये वरना हम सब मारे जायेंगे।
NDTV के ट्विटर हैंडल से जारी एक वीडियो में सुमी स्टेट यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले भारतीय बच्चे प्रधानमंत्री मोदी से मदद के लिए गुहार लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि 800-900 स्टूडेंट्स हॉस्टल में फंसे हुए थे, उनके पास न तो ज्यादा खाना है और न ही पानी जबकि बाहर गोलियां चल रही हैं, गोलाबारी हो रही हैं और कड़ाके की ठंड है.
बागची ने कहा कि फरवरी के मध्य में पहली ट्रैवल एडवाइजरी जारी होने के बाद से करीब 20,000 भारतीय यूक्रेन की सीमाओं को छोड़ चुके हैं. उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों के दौरान निकासी मिशन के तहत भारत में 15 उड़ानें उतरीं, जिससे 3,000 से अधिक नागरिकों को वापस लाया गया.
प्रवक्ता ने कहा कि अगले 24 घंटे में 16 उड़ानें निर्धारित की गई हैं. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन गंगा के तहत अब तक, 48 फ्लाइटों से 10,300 से ज्यादा भारतीयों को वापस लाया गया है.