उत्तरी मैक्सिको में अमेरिकी सीमा के पास एक अप्रवासी केंद्र में आग लगने की घटना सामने आई है। बताया जा रहा है कि ये घटना सोमवार देर रात टेक्सास के एल पासो के पार सिउदाद जुआरेज में एक अप्रवासी केंद्र में हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस घटना में करीब 40 प्रवासियों की मौत हो गई और 30 लोग घायल बताए जा रहे हैं। यह संख्या और बढ़ भी सकती है।
गौरतलब है कि संयुक्त राज्य अमेरिका में जाने वाले प्रवासियों के लिए सिउदाद जुआरेज एक प्रमुख क्रॉसिंग पॉइंट है। यहां स्थित केंद्रों में संयुक्त राज्य अमेरिका में शरण मांगने वाले लोग तब तक रखे जाते हैं जब तक कि उनके आग्रह पर कोई निर्णय नहीं हो जाता। जिस सेंटर में आग लगने की घटना सामने आई है वह भी ऐसा ही था।
राहत और बचाव कार्य जारी
समाचारपत्र ‘डियारियो डी जुआरेज’ ने चिहुआहुआ प्रांत अभियोजक के कार्यालय में अनाम स्रोतों के हवाले से बताया कि घटनास्थल पर एंबुलेंस, अग्निशमन कर्मी और वैन मौजूद हैं। राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है। समाचारपत्र के मुताबिक, घायल लोगों को चार अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि मैक्सिको के अटॉर्नी जनरल के कार्यालय ने जांच शुरू कर दी है और घटनास्थल पर जांचकर्ता मौजूद हैं।
मैक्सिको के राष्ट्रपति ने बताई घटना की वजह
वहीं, इस घटना को लेकर मैक्सिको के राष्ट्रपति ने बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि सेंटर में रहने वाले प्रवासियों को जब यब पता चला कि उन्हें निर्वासित किया जाएगा तो विरोध जताते हुए उन्होंने आप्रवासन केंद्र में रखे गद्दों में आग लगा दी। इसी के परिणामस्वरूप इतनी बड़ी घटना हुई है।