ब्रिटेन में लगभग एक साल से चली आ रही डॉक्टरों की हड़ताल अब खत्म हो गई है। ब्रिटिश मेडिकल एसोसिएशन सलाहकार समिति के भारतीय मूल के अध्यक्ष डॉ. विशाल शर्मा ने इस बात की पुष्टि की है। डॉ शर्मा ने कहा कि डॉक्टरों द्वारा सरकार के वेतन प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया और इसी के साथ उन्होंने साल भर की हड़ताल की समाप्ति की पुष्टि की है। बता दें कि ब्रिटेन में सरकारी स्वास्थ्य सेवा में वेतन बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य कर्मचारी लंबे समय से हड़ताल पर थे।
डॉ विशाल शर्मा ने कहा कि वेतन को 2008 के स्तर पर बहाल करने के प्रयासों में यह समझौता एक शुरुआत है। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टरों के संघ द्वारा तीन सप्ताह का जनमत संग्रह कराया गया। इसमे भाग लेने वाले एनएचएस सलाहकारों में से लगभग 83 प्रतिशत ने प्रस्ताव स्वीकार करने के पक्ष में मतदान किया।
विवाद को समाप्त करने के लिए पहला कदम
बीएमए सलाहकार समिति के अध्यक्ष ने कहा कि यह प्रस्ताव मौजूदा विवाद को समाप्त करने के लिए पहला कदम है। बीएमए ने कहा कि नए प्रस्ताव में कुछ सुधार किए गए हैं। इसके तहत चार से सात साल के अनुभव वाले डॉक्टरों के वेतन में 2.85 प्रतिशत बढ़ोतरी की बात कही गई है। डॉ. शर्मा के मुताबिक यह प्रस्ताव मौजूदा विवाद को समाप्त करने के लिए पहला कदम है।
सरकार के पिछले प्रस्ताव को किया था अस्वीकार
इस मामले में जनवरी में ब्रिटेन सरकार के पिछले प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था। ब्रिटिश मेडिकल एसोसिएशन ने कहा कि नए वेतन प्रस्ताव में उन लोगों के लिए 2.85 प्रतिशत की बढ़ोतरी शामिल है, जो चार से सात साल तक डॉक्टर होने का अनुभव हैं। सरकार ने कहा था कि कि बीएमए के सदस्य इस प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए मतदान करें।
क्या चाहते थे डॉक्टर ?
एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2008-09 के बाद से जूनियर डॉक्टरों की तनख्वाह में भारी गिरावट देखने को मिली थी। इसलिए जूनियर डॉक्टर वेतन बहाली की मांग कर रहे थे। उनकी यह भी मांग थी कि भविष्य में किसी भी गिरावट को रोकने के लिए सरकार एक तंत्र पर सहमत होनी चाहिए। उनकी मांग थी कि दांत के डॉक्टरों की समीक्षा प्रक्रिया में सुधार हो, जिससे जूनियर डॉक्टरों की भर्ती और नौकरियों की सुरक्षा के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से वेतन बढ़ोतरी की सिफारिश की जा सके। बता दें कि ब्रिटेन की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में डॉक्टरों की संख्या का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा है। जूनियर डॉक्टरों की यह बड़ी संख्या ब्रिटेन की स्वास्थ्य सेवा को चलाने के लिए बहुत जरूरी है।