पट्टे पर विमान देने वाली कंपनी कार्लाइल एविएशन पार्टनर्स को स्पाइसजेट में 7.5 फीसदी हिस्सेदारी और उसकी ढुलाई करने वाली सहायक कंपनी में अनिवार्य रूप से परिवर्तनीय डिबेंचर हासिल होंगे। यह सब उसे 10 करोड़ डॉलर की कर्ज पुनर्गठन योजना के तहत मिलेगा।
वित्तीय मुश्किलों का सामना कर रही स्पाइसजेट के लिए यह बहुत बड़ी राहत होगी। कर्ज देने वाली संस्थाओं और पट्टे पर विमान देने वाली कंपनियों के बीच महीनों की बातचीत और मंजूरी के बाद यह फैसला किया गया है।
सौदे के तहत कार्लाइल एविएशन पार्टनर्स को स्पाइसजेट में 2.95 करोड़ डॉलर (244.48 करोड़ रुपये) के नए इक्विटी शेयर मिलेंगे। शेयरों का भाव या तो 48 रुपये प्रति शेयर होगा या अगर सेबी इससे ज्यादा भाव तय करता है तो वह भाव होगा। साथ ही कार्लाइल को पट्टे की बकाया राशि के बदले कार्गो कंपनी स्पाइसएक्सप्रेस ऐंड लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड में 6.55 करोड़ डॉलर के अनिवार्य परिवर्तनीय डिबेंचर भी जारी किए जाएंगे। कार्लाइल ने स्पाइसजेट को 13 विमान पट्टे पर दिए हैं।
स्पाइसजेट के निदेशक मंडल ने कार्गो कारोबार सहायक इकाई को सौंपे जाने की मंजूरी आज दे दी। मगर इसके लिए ऋणदाताओं की रजामंदी जरूरी होगी। बोर्ड ने कार्लाइल एविएशन को शेयर तथा अनिवार्य परिवर्तनीय डिबेंचर जारी करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी। स्पाइसजेट ने दूसरी पट्टा कंपनी कासललेक के साथ मामला निपटाने और 2,500 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने की योजना का भी ऐलान किया।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर स्पाइसजेट का शेयर लगभग सपाट रहते हुए 39.90 रुपये पर बंद हुआ। बंद भाव के हिसाब से कंपनी का बाजार पूंजीकरण (mcap) 2,401 करोड़ रुपये से ज्यादा रहा।
स्पाइसजेट के चेयरमैन अजय सिंह ने कहा, ‘कार्लाइल एविएशन पार्टनर्स का हमारे यात्री और कार्गो कारोबार में हिस्सेदारी लेना बताता है कि स्पाइसजेट और स्पाइसएक्सप्रेस में कितनी अधिक क्षमता है। विमान पट्टे पर देने वाली वैश्विक कंपनी कार्लाइल के साथ साझेदारी से हमारे कारोबार को बढ़ावा मिलेगा और यह सौदा हमारे लिए बदलाव का क्षण तथा शानदार मौका होगा। इससे हमारे खाते पर कर्ज भी काफी कम होगा और हम बेहतर ब्याज पर नई पूंजी जुटा पाएंगे। निकट भविष्य में हम दूसरी पट्टा कंपनियों के साथ भी इस तरह के करार कर सकते हैं।’
विमानन कंपनी ने यह भी कहा कि अनिवार्य परिवर्तनीय डिबेंचर को स्पाइसएक्सप्रेस के इक्विटी शेयरों में बदला जाएगा और उस समय कंपनी का मूल्यांकन करीब 1.5 अरब डॉलर होने का अनुमान है। हालांकि इसका ज्यादा ब्योरा नहीं दिया गया।
एक सूत्र के मुताबिक कार्गो कारोबार अलग करने से कंपनी अपने कारोबार पर ज्यादा ध्यान दे पाएगी और नया निवेश भी जुटाने में भी उसे मदद मिलेगी। अभी विमानन कंपनी के पास तीन मालवाहक विमान हैं तथा नए मालवाहक विमान उसके बेड़े में शामिल होने की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2020 से 2022 के बीच विमानन कंपनी के कार्गो कारोबार की आय 180 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,943 करोड़ रुपये हो गई थी।