परिवीक्षाधीन आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर ने पुणे जिलाधिकारी के खिलाफ उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इस बाबत उन्होंने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है। मामले से जुड़े एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा ने पुणे के जिला कलेक्टर सुहास दिवसे के खिलाफ वाशिम पुलिस में उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है। खेडकर आईएएस पास करते समय अपनी विकलांगता और ओबीसी प्रमाण पत्र के दावों और पुणे कलेक्टर कार्यालय में तैनात होने के दौरान अपने आचरण के लिए जांच के घेरे में हैं।
अधिकारी ने बताया कि सोमवार को महिला पुलिसकर्मी वाशिम में पूजा के आवास पर पहुंचीं थीं। इससे पहले दिन में खेडकर ने टीवी समाचार चैनलों से बात करते हुए पुलिसकर्मियों के दौरे के बारे में विस्तार से बताने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि मैंने महिला पुलिसकर्मियों को इसलिए बुलाया था, क्योंकि मुझे कुछ काम था।
इससे पहले सरकार ने पूजा खेडकर की आईएएस परिवीक्षा को स्थगित कर दिया है। उन्हें लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में रिपोर्ट करने को कहा गया है। उन्हें हर हाल में 23 जुलाई 2024 तक रिपोर्ट करने को कहा गया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (पी) नितिन गद्रे के पत्र के मुताबिक, एलबीएसएनएए, मसूरी ने आपके जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को स्थगित रखने और आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए आपको तुरंत वापस बुलाने का फैसला किया है।
कौन हैं आईएएस पूजा खेडकर?
पूजा खेडकर 2023 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। पूजा खेडकर पर आरोप है कि उन्होंने खुद को ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर वर्ग से बताकर यूपीएससी में चयन हासिल किया। साथ ही उन पर आरोप है कि उन्होंने मानसिक रूप से दिव्यांग होने का दावा किया, लेकिन कई बार बुलाने के बावजूद मेडिकल जांच में शामिल नहीं हुईं। बीते दिनों वीआईपी ट्रीटमेंट की मांग को लेकर वह विवादों में घिरीं थी। जिसके बाद उनका पुणे से वाशिम तबादला कर दिया गया था।