मुंबई संचलित ठग गिरोह के मुख्य आरोपी को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जो सैकड़ों बेरोजगार युवाओं को विदेश में नौकरी का झांसा देकर ठगी करता था। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल से हिरासत में युवक के सहयोगी को भी गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी के आवास पर तलाशी के दौरान नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों के 482 पासपोर्ट बरामद किए, जिससे अब तक जब्त किए गए ऐसे यात्रा दस्तावेजों की संख्या 544 हो गई है।
उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने मुख्य आरोपी, पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के निवासी पतित पाबन पुनिन हलदर (36) और उसके सहयोगी मोहम्मद इलियास शेख मंसूरी (49) को गिरफ्तार कर लिया है, जो उस राज्य के कमरहाटी के मूल निवासी हैं। इसके साथ ही मुंबई पुलिस इस मामले में अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
अब तक 544 पास्पोर्ट जब्त
अधिकारी ने कहा, विशिष्ट जानकारी के आधार पर अपराध शाखा की यूनिट-5 ने पश्चिम बंगाल में जाल बिछाया और दोनों को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि जांच टीम ने हलदर के आवास से नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों के 482 पासपोर्ट भी बरामद किए।
पुलिस ने अब तक 544 पासपोर्ट बरामद किए हैं और 23 बैंक खाते जब्त किए हैं, जिनका इस्तेमाल वित्तीय लेनदेन के लिए किया गया था क्योंकि गिरोह के सदस्यों ने ओमान, सऊदी अरब, दुबई, कतर, रूस और अजरबैजान में नौकरी देने के लिए प्रत्येक बेरोजगार व्यक्ति से 40,000 से 60,000 रुपये एकत्र किए थे।
विदेश में नौकरी का दिया था झांसा
उन्होंने कहा कि आरोपी व्यक्तियों ने दक्षिण मुंबई और उपनगरीय अंधेरी में सीएसएमटी में एक प्लेसमेंट एजेंसी के नाम पर कार्यालय खोले थे और सैकड़ों बेरोजगार युवाओं को विदेश में नौकरी की पेशकश करके धोखा दिया था।
अधिकारी ने आगे बताया कि उन्होंने नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों को फर्जी प्रस्ताव पत्र और फर्जी वीजा जारी किए और पैसे इकट्ठा करने के बाद पीड़ितों को अधर में छोड़कर गायब हो गए। माता रमाबाई अंबेडकर मार्ग पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।