प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को शिवसेना (यूबीटी) नेता और सांसद संजय राउत के छोटे भाई संदीप राउत से करीब आठ घंटे पूछताछ की। पूछताछ बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के खिचड़ी घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की गई। संदीप राउत, संजय राउत के साथ सुबह करीब 11.30 बजे दक्षिण मुंबई के बैलार्ड एस्टेट स्थित कार्यालय में जांच एजेंसी के सामने पेश हुए।
मामला कोरोना काल का है। आरोप है कि बीएमसी ने कोरोना महामारी के दौरान शहर में फंसे प्रवासी श्रमिकों को खिचड़ी के पैकेट उपलब्ध कराने का ठेका दिया था। इस दौरान ही घोटाले को अंजाम दिया गया। ईडी ने इस मामले में आदित्य ठाकरे के करीबी सहयोगी और युवा सेना के पदाधिकारी सूरज चव्हाण को गिरफ्तार किया है। आरोप लगाया गया है कि उन्होंने वरिष्ठ राजनेता और बीएमसी अधिकारी से संबंध के दम पर फोर्स वन मल्टी सर्विसेज को अनुबंध हासिल करने में मदद की और गलत तरीके के लेनदेन से 1.35 करोड़ रुपये लाभ कमाया।
ईडी कार्यालय के बाहर आकर संदीप राउत ने कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। वे आगे भी कोई गलत काम नहीं करेंगे। मैं ईडी अधिकारियों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब दे रहा हूं। यह कार्रवाई बदले और दुश्मनी की राजनीति है।
पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर की भी पेशी
इस बीच, शिवसेना (यूबीटी) नेता और पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर भी कोविड-19 महामारी के दौरान बीएमसी द्वारा बॉडी बैग की खरीद में कथित घोटाले के सिलसिले में जांच एजेंसी के सामने पेश हुईं। ईडी बॉडी बैग की खरीद में कथित मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है। पेडनेकर से ईडी ने करीब सात घंटे तक सवाल पूछे।
भाजपा नेता ने की थी शिकायत
भारतीय जनता पार्टी के नेता किरीट सोमैया की शिकायत के आधार पर मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने पेडनेकर और बृहन्मुंबई नगर निगम के दो अधिकारियों पर मामला दर्ज किया था, जिन्होंने बॉडी बैग की खरीद में अनियमितता का आरोप लगाया था।