अरुणाचल प्रदेश में पेमा खांडू के नेतृत्व में तीसरी बार भाजपा सत्ता में काबिज हो गई है। लेकिन पेमा खांडू के दूसरे कार्यकाल में मंत्री पद संभाल रहे तीन मंत्री इस बार मंत्रिमंडल में अपनी जगह नहीं बचा पाए हैं। जिन तीन मंत्रियों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है, इसमें होनचुन नगांडम, एलो लिबांग और नाकप नालो हैं, जो पास पिछली सरकार में ग्रामीण कार्य, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और पर्यटन विभाग मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
पेमा खांडू की सरकार में मंत्री रहे, अब उपमुख्यमंत्री चाउना मीन, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री वांगकी लोवांग और पर्यावरण और वन मंत्री मामा नटुंग को फिर से नए मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार जिन मंत्रियों को इस बार मंत्रिमंडल में नहीं शामिल किया गया है, इसके पीछे का कारण उनका खराब प्रदर्शन है। नए मंत्रिमंडल में कुल 8 नए चेहरों को शामिल किया गया है, इसमें 10 साल बाद एक महिला मंत्री भी मौजूद है।
कई नेताओं को भाजपा ने नहीं दिया था टिकट
वहीं राज्य में 19 अप्रैल को हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सरकार में मंत्री पद संभाल रहे कई नेताओं को टिकट भी नहीं दिया था। इसमें गृह मंत्री बमांग फेलिक्स, उद्योग मंत्री टुमके बागरा और पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विभाग मंत्री तागे टाकी को टिकट नहीं दिया था। वहीं राज्य सरकार में शिक्षा मंत्री रहे तबा तेदिर विधानसभा चुनाव में याचुली विधानसभा क्षेत्र से एनसीपी के टिकट पर पहली बार चुनाव लड़ रहे टोको तातुंग से हार गए थे।
दिग्गजों की मौजूदगी में हुआ शपथ ग्रहण
अरुणाचल प्रदेश मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने उपमुख्यमंत्री चाउना मीन के साथ-साथ 9 मंत्रियों को गुरुवार को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) के. टी. परनाइक ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस शपथ ग्रहण समारोह में गृहमंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंता बिस्वा सरमा, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के साथ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद और तरुण चुग भी मौजूद रहे।