उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सुरंग के ढहने के बाद उसमें फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। वहीं, अब इस मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है। सवाल किया जा रहा है कि उत्तराखंड की सुरंग को कौन सी कंपनी ने बना रही थी? साथ ही सोशल मीडिया पर सुरंग निर्माण में अदाणी समूह का भी नाम लिया जा रहा है। इसके बाद अदाणी समूह ने अपनी सफाई जारी की है। कंपनी के प्रवक्ता ने बयान जारी कर इन बयानों को बेबुनियाद बताया है।
निर्माणाधीन टनल के ढहने के बाद शुरू हुई बयानबाजी पर अदाणी समूह के प्रवक्ता ने स्पष्टीकरण जारी किया है। इसमें कहा गया है कि उत्तराखण्ड में सुरंग में फंसे मजदूरों के मामले में कुछ लोग इस अदाणी समूह से लिंक कर रहे जो सरासर बेबुनियाद है। अदाणी समूह या उसकी किसी भी कंपनी का ऐसे किसी भी टनल कंस्ट्रक्शन में कोई भी संलिप्तता नहीं है। कंपनी को इससे जोड़ने का प्रयास भर्त्सनीय है। टनल में फँसे मजदूरों के जल्द उससे बाहर निकाला जा सके यह प्रार्थना है।
दरअसल, इस हादसे के बाद से सोशल मीडिया पर तरह-तरह की बातें चल रही हैं। कहा जा रहा है कि सुरंग निर्माण में लगी कंपनी का संबंध अदाणी समूह के साथ सामने आया है। वहीं, वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने भी एक पोस्ट में ऐसे ही सवाल किए हैं। वहीं, अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने भी इस मसले पर एक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, ‘उत्तराखंड में जो टनल ध्वस्त हुआ उसे कौन बना रहा था? ‘नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड’ के बारे में कुछ विवरण सामने आए हैं, जिन पर ध्यान देना जरूरी है।’ इन बयानों के बाद ही कंपनी का ये स्पष्टीकरण सामने आया है।