चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मंगलवार को कहा कि हमें उम्मीद है कि ईरान और साऊदी अरब दोनों अपने संबंधों में सुधार करेंगे। जिससे पश्चिम एशिया के देशों को चुनौतियों का सामना करना पड़े। मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि शी ने सऊदी क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान से फोन पर बात की। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि सऊदी अरब और ईरान अच्छे पड़ोसी की भावना को बनाए रखेंगे और बीजिंग में हुई बातचीत पर अमल करेंगे।
साऊदी और ईरान के बीच बातचीत बनाए रखने के लिए चीन अब भी तैयार है। शी ने कहा कि दोनों देशों के बीच सुलह और शांति समझौता बनाए रखने के लिए चीन तैयार है। साऊदी और ईरान के एक साथ आने से विकास तो होगा, लेकिन इससे मध्य पूर्व में क्या फर्क पड़ेगा, ये अब भी सवाल है।
रूस-यूक्रेन के बीच शांति समझौते का रोडमैप तैयार
रिपोर्ट का कहना है कि मध्यपूर्व में अमेरिका का दखल कम होना चीन के लिए कूटनीतिक जीत है। क्योंकि इससे चीन अमेरिका के नेतृत्व वाली वैश्विक व्यवस्था का विकल्प पेश करता है। साऊदी-ईरान समझौते के बाद शी जिनपिंग 20 मार्च को रूम दौरे के दौरान यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध को खत्म कर शांति समझौता करने का रोडमैप तैयार किया है।
युद्ध के कारण कीमतों में हो सकता है उतार-चढ़ाव
एक लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रविवार को घोषित सौदे के तहत रियाद रूसी आपूर्ति पर अनिश्चितता के बीच ऊर्जा संबंधों को मजबूत करने के लिए एकीकृत रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल परिसर में निवेश करेगा। विश्लेषकों को उम्मीद है कि चीन भारी छूट वाले रूसी कच्चे तेल की खरीद जारी रखेगा।
विशेषज्ञ जोय झोउ का कहना है कि रूस-यूक्रेन युद्ध वैश्विक तेल आपूर्ति श्रृंखला को बाधित कर सकते हैं। जिससे बड़ी कीमत में उतार-चढ़ाव हो सकता है। झोउ ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि मध्य पूर्वी कंपनियां चीनी कंपनियों के साथ संयुक्त उद्यमों में भाग लेने के लिए तैयार होंगी। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनके तेल के लिए एक सुरक्षित आउटलेट है।