महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर रार थमने का नाम नहीं ले रही है। सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने लातूर जिले के औसा शहर में एक रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल को जमकर घेरा है। संबोधन में जरांगे ने मंत्री छगन भुजबल पर मराठों और अन्य पिछड़ा वर्ग के बीच दरार पैदा करने, अशांति का माहौल बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी इच्छाएं पूरी न होंने दें।
रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा और सरकारी नौकरियों में मराठाओं के लिए आरक्षण की लड़ाई में जीत अब दूर नहीं है। हमें लड़ाई जीतनी होगी। मराठा समुदाय पिछले 70 वर्षों से आरक्षण का इंतजार कर रहा है।
बता दें मराठा आंदोलन के बाद से ही मनोज जरांगे और महाराष्ट्र के मंत्री भुजबल के बीच जुबानी जंग चल रही है। उन्होंने मराठों को कुनबी के रूप में पहचान कर उन्हें ओबीसी श्रेणी में शामिल करने की मांग का विरोध किया था। जिसके बाद से ही दोनों के बीच तीखी जुबानी जंग तेज हो गई है।
मनोज जरांगे बोले, भुजबल नहीं बिगाड़ पाएंगे माहौल
रैली के दौरान मंत्री भुजबल को आड़े हाथ लेते हुए जरांगे ने आरोप लगाया कि मंत्री भुजबल सिर्फ राज्य के माहौल को बिगाड़ना चाहते हैं। उन्हें पता है जरूरत पड़ने पर मराठा और ओबीसी एक-दूसरे की मदद करते हैं। वे दोनों के सौहार्दपूर्ण व्यवहार से हैरत में है। इसलिए वह फूट डालकर माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने मंत्री भुजबल पर दंगे भड़काने का आरोप भी लगा डाला। हालांकि संबोधन में जरांगे ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि उनका सपना कभी पूरा नहीं होने देंगे।