दूरसंचार विभाग ने बुधवार को लोकसभा में भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) में संभावित सेंधमारी और डेटा उल्लंघन के बारे में जानकारी दी। इस रिपोर्ट को भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल (सीईआरटी) ने 20 मई 2024 को तैयार किया था। रिपोर्ट में बीएसएनएल में संभावित सेंधमारी और डेटा उल्लंघन की सूचना दी थी। इस बारे में दूरसंचार विभाग ने बुधवार को संसद में जानकारी दी।
संचार राज्य मंत्री चन्द्र शेखर पेम्मासानी ने लोकसभा में अपने लिखित जवाब में बताया कि दूरसंचार नेटवर्क का ऑडिट करने के लिए एक अंतर मंत्रालयी समिति (आईएमसी) का गठन किया गया है। यह समिति दूरसंचार नेटवर्क में डेटा उल्लंघनों की रोकथाम के लिए उपाय सुझाने का काम भी करेगी। बीएसएनएल के डेटा उल्लंघन से जुड़े सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल (सीईआरटी) ने 20 मई 2024 को बीएसएनएल में संभावित दखल और डेटा उल्लंघन की सूचना दी थी।
चन्द्र शेखर पेम्मासानी कहा, ‘डेटा उल्लंघन का विश्लेषण करने के बाद पाया गया कि वन फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल (एफटीपी) सर्वर का डेटा सीईआरटी द्वारा साझा किए गए डेटा की ही तरह था।’ उन्होंने आगे कहा कि हालांकि, नेटवर्क के होम लोकेशन रजिस्टर (एचएलआर) में किसी भी तरह की सेंधमारी की सूचना नहीं मिली थी। इस वजह से बीएसएनएल के नेटवर्क में सेवा से जुड़ा कोई व्यवधान महसूस नहीं किया गया।
सेंधमारी से बचने के लिए उठाए जरूरी कदम
हालांकि, बीएसएनएल ने ऐसी सेंधमारी से बचने के लिए जरूरी कदम उठाए हैं। इसके अलावा सभी एफटीपी सर्वर के पासवर्ड भी बदल दिए गए हैं। संचार राज्य मंत्री चन्द्र शेखर पेम्मासानी ने कहा कि दूरसंचार नेटवर्क का ऑडिट करने के लिए एक अंतर मंत्रालयी समिति (आईएमसी) का गठन किया गया है। समिति को निर्देश दिया गया है कि टेलीकॉम नेटवर्क में किसी भी तरह की सेंधमारी को रोकने के उपायों के बारे में विचार करें।